By अंकित सिंह | Oct 03, 2024
हरियाणा में चुनाव प्रचार खत्म हो गया है। 5 अक्टूबर को 90 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में हैं। वहीं, कांग्रेस को एक दशक के लंबे अंतराल के बाद सत्ता में वापसी की उम्मीद है। हरियाणा में 90 सीट हैं जहां एक ही चरण में वोट डाले जाएंगे। हरियाणा की सभी 90 सीटों पर मतदान 5 अक्टूबर को सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। 8 अक्टूबर को चुनावी नतीजे आएंगे। हरियाणा में 8,821 शतकवीरों सहित दो करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने के पात्र हैं।
शाम छह बजे चुनाव प्रचार समाप्त होने से कुछ घंटे पहले, प्रमुख दलों भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी (आप), इनेलो-बसपा और जजपा-आज़ाद समाज पार्टी ने रैलियां और रोड शो कर मतदाताओं को आकर्षित करने के प्रयास किए। अधिकारियों के अनुसार कुल 20,629 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। चुनावी मैदान में कुल 1031 उम्मीदवार हैं, जिनमें 101 महिलाएं हैं। प्रमुख उम्मीदवारों में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (लाडवा), विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा (गढ़ी सांपला-किलोई), इनेलो के अभय सिंह चौटाला (ऐलनाबाद), जजपा के दुष्यंत चौटाला (उचाना कलां), भाजपा के अनिल विज (अंबाला कैंट) और ओपी धनखड़ (बादली) और कांग्रेस की विनेश फोगट (जुलाना) शामिल हैं। वहीं निर्दलीय उम्मीदवारों में सावित्री जिंदल (हिसार), रंजीत चौटाला (रानिया) और चित्रा सरवारा (अंबाला कैंट) शामिल हैं।
भाजपा ने अपने चुनाव प्रचार में डबल इंजन सरकार के काम और प्रदर्शन पर जोर दिया। इसके साथ ही उसने आरक्षण, भ्रष्टाचार, तुष्टीकरण और वंशवाद की राजनीति जैसे मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा। महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों से जुड़े मुद्दे दोनों मुख्य दलों के चुनावी घोषणापत्रों का अहम हिस्सा हैं। भाजपा के अभियान का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया और उन्होंने चार रैलियों को संबोधित किया। मोदी ने अपने भाषणों में कई मुद्दों को लेकर कांग्रेस पर हमला किया और कहा कि उन्होंने राम मंदिर मुद्दा सहित देश के लिए महत्वपूर्ण हर मुद्दे को उलझाए रखा। किसानों, गरीबों, दलितों और पिछड़े वर्गों सहित विभिन्न तबकों के कल्याण के लिए केंद्र और हरियाणा की भाजपा नीत सरकारों द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने मतदाताओं से राज्य के त्वरित विकास के लिए भाजपा को फिर से सत्ता में लाने की अपील की।
वहीं, भाजपा पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर संविधान पर हमला करने का आरोप लगाया और बेरोजगारी, अग्निवीर योजना, किसानों के कल्याण सहित विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार की आलोचना की। राहुल गांधी ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार देश के मुट्ठी भर अमीरों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि संविधान गरीबों की रक्षा करता है और ‘‘आरएसएस के लोग संविधान को कमजोर करना चाहते हैं।’’ गांधी ने भाजपा पर देश में धर्म, और जाति के आधार पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी पार्टी नफरत को विजयी नहीं होने देगी। उन्होंने हरियाणा में बेरोजगारी और नशीली दवाओं के खतरे के मुद्दे भी उठाए।