By अंकित सिंह | Sep 05, 2022
देश की राजनीतिक सरगर्मियां लगातार तेज होती दिखाई दे रही है। 2024 चुनाव को लेकर रोज नए समीकरण बनते दिख रहे हैं। एनडीए से नाता तोड़कर महागठबंधन में शामिल होने वाले नीतीश कुमार भी लगातार अब केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं। इन सब के बीच आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे हैं। दिल्ली में उनकी मुलाकात राहुल गांधी से होने वाली है। जानकारी के मुताबिक नीतीश कुमार विपक्ष के कई बड़े नेताओं से भी मुलाकात करते सकते हैं। नीतीश कुमार भी प्रधानमंत्री रेस की दौड़ में बड़े चेहरे बताए जा रहे हैं। जदयू की ओर से नीतीश कुमार को लगातार पीएम मटेरियल बताया जा रहा है। जानकारी यह भी है कि नीतीश कुमार जिस तरीके से विपक्षी एकजुटता को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं, कहीं ना कहीं उनके मन में भी प्रधानमंत्री पद की लालसा है।
इसको लेकर नीतीश कुमार से बार-बार मीडिया यह सवाल पूछ रहा है। लेकिन हर बार भी इससे इनकार करते नजर आ रहे हैं। एक बार फिर से नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कहा है कि उन्हें प्रधानमंत्री पद की इच्छा नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि विपक्ष एकजुट हो तो अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा कि मेरी कोई इच्छा (प्रधानमंत्री बनने की) नहीं है। मैं यही चाहता हूं कि विपक्ष एक साथ आए और भाजपा के खिलाफ लड़े। विपक्ष एक साथ आएगी तो अच्छा होगा। वहीं दिल्ली रवाना होने से पहले नीतीश कुमार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव से उनके निवास पर मुलाकात की थी। फिलहाल लालू यादव स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
अपने दिल्ली दौरे के दौरान नीतीश कुमार राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा राहुल गांधी के साथ साथ रितेश कुमार की मुलाकात अरविंद केजरीवाल, ओम प्रकाश चौटाला, शरद पवार जैसे नेताओं से भी मुलाकात कर सकते हैं। वर्तमान में नीतीश कुमार बिहार में महागठबंधन की सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। महागठबंधन में राजद के साथ-साथ कांग्रेस और कुछ वाम दल भी शामिल हैं। इससे पहले नीतीश कुमार से तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी मुलाकात की थी। के चंद्रशेखर राव भी लगातार विपक्षी एकता को बल देने की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले नीतीश कुमार ने दावा किया था कि 2024 के चुनाव में भाजपा को 50 सीटों पर समेट देना है।