By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 21, 2020
नयी दिल्ली। खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को पूर्व में खेल रत्न हासिल करने वाली साक्षी मलिक और मीराबाई चानू को अर्जुन पुरस्कार नहीं देने का फैसला किया जिससे इस साल यह पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों की संख्या 27 रह गयी है। खेल मंत्रालय ने हालांकि देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न के लिये जिन पांच खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश की गयी थी, उन्हें स्वीकार कर लिया है। पिछले सप्ताह न्यायमूर्ति (सेवानिवृत) मुकुंदकम शर्मा की अगुवाई वाली चयनसमिति ने अर्जुन पुरस्कार के लिये 29 खिलाड़ियों के नाम खेल मंत्रालय के पास भेजे थे। इस सूची में रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक और 2017 की विश्व भारोत्तोलन चैंपियन मीराबाई चानू का नाम भी शामिल था लेकिन इन दोनों को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित करने का अंतिम फैसला खेल मंत्री किरेन रीजीजू पर छोड़ दिया गया था। असल में इन दोनों खिलाड़ियों को पहले ही देश का सर्वोच्च खेल पुरस्कार खेल रत्न मिल चुका था। इन दोनों के नाम को सूची में शामिल करने की आलोचना भी हुई थी। साक्षी को 2016 में रियो में कांस्य पदक जीतने और मीराबाई को 2018 मे विश्व चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन के लिये खेल रत्न दिया गया था। इस साल खेल रत्न पाने वाले पांच खिलाड़ियों में स्टार क्रिकेटर रोहित शर्मा, पहलवान विनेश फोगाट, पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता मरियप्पन थंगवेलु, टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा और महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल शामिल हैं। मंत्रालय ने अपनी औपचारिक प्रेस विज्ञप्ति में इसकी पुष्टि की है।
कोविड-19 महामारी के कारण पहली बार पुरस्कार वितरण समारोह 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस पर वर्चुअल आयोजित किया जाएगा। पहले इसके लिये राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार समारोह का आयोजन किया जाता था। पुरस्कारों के लिये मानदंड में खिलाड़ियों के पिछले चार साल के प्रदर्शन को शामिल किया गया था। मनिका बत्रा को खेल रत्न देने की सिफारिश को लेकर भी सवाल उठाये गये हैं क्योंकि उन्होंने 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने और उसके लिये अर्जुन पुरस्कार हासिल करने के बाद कोई उल्लेखनीय प्रदर्शन नहीं किया है। इस दौरान उनकी विश्व रैंकिंग 63 पर खिसक गयी लेकिन मंत्रालय ने उनकी सिफारिश को नामंजूर नहीं करने का फैसला किया। रानी रामपाल के नाम की सिफारिश पर भी सवाल उठे है भले ही उन्होंने भारतीय हॉकी टीम को तोक्यो ओलंपिक का टिकट दिलाने में अहम भूमिका निभायी। यही नहीं उनकी अगुवाई में टीम ने 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक हासिल किया। खेल समुदाय ने हालांकि शीतकालीन ओलंपिक खेलों के दिग्गज शिवा केशवन को अर्जुन पुरस्कार देने की प्रशंसा की। वह 1998 से 2018 तक छह बार शीतकालीन ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पदक भी जीते हैं।
खेल मंत्रालय ने देशी खेलों को भी मान्यता देने पर जोर दिया है और इसी का परिणाम है खो खो के खिलाड़ी सुधाकर सारिका काले को अर्जुन पुरस्कारों की सूची में जगह मिली है। पुरस्कार विजेताओं की सूची इस प्रकार है : राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार: रोहित शर्मा (क्रिकेट), विनेश फोगाट (कुश्ती), मनिका बत्रा (टेबल टेनिस), रानी रामपाल (हॉकी), मरियप्पन थंगवेलु (पैरा एथलीट)।
द्रोणाचार्य पुरस्कार (जीवन पर्यंत श्रेणी): धर्मेंद्र तिवारी (तीरंदाजी), पुरुषोत्तम राय (एथलेटिक्स), शिव सिंह (मुक्केबाजी), रोमेश पठानिया (हॉकी), कृष्ण कुमार हुड्डा (कबड्डी), विजय भालचंद्र मुनीश्वर (पैरा पावरलिफ्टिंग), नरेश कुमार (टेनिस)), ओम प्रकाश दहिया (कुश्ती)। नियमित श्रेणी: जूड फेलिक्स सेबेस्टियन (हॉकी), योगेश मालवीय (मल्लखंब), जसपाल राणा (निशानेबाजी), कुलदीप कुमार हांडू (वुशु), गौरव खन्ना (पैरा बैडमिंटन)
अर्जुन पुरस्कार : अतनु दास (तीरंदाजी), दुती चंद (एथलेटिक्स), सात्विक साईराज रंकीरेड्डी (बैडमिंटन), चिराग चंद्रशेखर शेट्टी (बैडमिंटन), विशेष भृगुवंशी (बास्केटबॉल), सूबेदार मनीष कौशिक (मुक्केबाजी), लवलीना बोरगोहेन (मुक्केबाजी), इशांत शर्मा (क्रिकेट) दीप्ति शर्मा (क्रिकेट), सावंत अजय अनंत (अश्वारोही), संदेश झिंगन (फुटबॉल), अदिति अशोक (गोल्फ), आकाशदीप सिंह (हॉकी), दीपिका (हॉकी), दीपक हुड्डा (कबड्डी), काले सारिका सुधाकर (खो खो), दत्तू बबन भोकानल (रोइंग), मनु भाकर (निशानेबाजी), सौरभ चौधरी (निशानेबाजी), मधुरिका सुहास पाटकर (टेबल टेनिस), दिविज शरण (टेनिस), शिवा केशवन (शीतकालीन खेल), दिव्या काकरान (कुश्ती), राहुल अवारे (कुश्ती)), सुयश नारायण जाधव (पैरा स्विमिंग), संदीप (पैरा एथलेटिक्स) मनीष नरवाल (पैरा निशानेबाजी)। ध्यानचंद पुरस्कार: कुलदीप सिंह भुल्लर (एथलेटिक्स), जिंसी फिलिप्स (एथलेटिक्स), प्रदीप श्रीकृष्ण गंधे (बैडमिंटन), तृप्ति मुर्गंडे (बैडमिंटन), एन. उषा (मुक्केबाजी), लाखा सिंह (मुक्केबाजी), सुखविंदर सिंह संधू (फुटबॉल), अजीत सिंह (हॉकी)), मनप्रीत सिंह (कबड्डी), जे रंजीथ कुमार (पैरा एथलेटिक्स), सत्यप्रकाश तिवारी (पैरा बैडमिंटन), मंजीत सिंह (रोइंग), स्वर्गीय श्री सचिन नाग (तैराकी), नंदन पी बाल (टेनिस), नेत्रपाल हुड्डा (कुश्ती)।