By अभिनय आकाश | Sep 07, 2024
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अफजल गुरु की फांसी पर सवाल उठाकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। इसको लेकर बीजेपी नेता और देश के गृह राज्य मंत्री की तरफ से प्रतिक्रिया सामने आई है। उमर अब्दुल्ला के बयान पर केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि उमर अब्दुल्ला का बयान आपत्तिजनक और भारत विरोधी है। इसकी जितनी निंदा की जाए वो कम है। अफ़ज़ल गुरु और याकूब जैसे आतंकवादियों के पक्ष में बोलना देश विरोधी है। कांग्रेस ऐसे देश विरोधी बयानों के साथ है। इसे देश और कश्मीर बर्दाश्त नहीं करेगा।
दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में अब्दुल्ला ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उसे फांसी देने से कोई उद्देश्य पूरा हुआ। 2001 के भारतीय संसद हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक गुरु को आतंकवादी हमले में उसकी भूमिका के लिए दोषी ठहराए जाने के बाद फरवरी 2013 में तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई थी, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी।
जम्मू-कश्मीर के निवासी अफ़ज़ल गुरु को 13 दिसंबर, 2001 को भारतीय संसद पर हमला करने वाले पांच आतंकवादियों की सहायता करने और बढ़ावा देने के लिए दोषी ठहराया गया था। हमलावर सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे, और आतंकवादियों को साजो-सामान संबंधी सहायता प्रदान करने में गुरु की भूमिका थी। हमलावर उनकी सजा में एक महत्वपूर्ण कारक थे। हालाँकि, उनकी फांसी विवाद का विषय बनी हुई है, कई लोगों ने उनके मुकदमे की निष्पक्षता पर सवाल उठाया है, और दूसरों को लगता है कि यह न्याय पर आधारित होने के बजाय एक राजनीतिक निर्णय था।