बिहार में नीतीश कुमार ने एनडीए से नाता तोड़ लिया है। वहां एक बार फिर से राजद के समर्थन से सरकार बनाने जा रहे हैं। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी वह राजद के साथ चुनावी मैदान में थे। जीत के बाद मुख्यमंत्री बने थे। तेजस्वी यादव उस वक्त उपमुख्यमंत्री थे। हालांकि 2017 में राजद और जदयू के रिश्ते भी करें। नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ लिया था और भाजपा के साथ सरकार बना ली थी। एक बार फिर से नीतीश कुमार राजद के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं। तेजस्वी यादव एक बार फिर से उप मुख्यमंत्री बन सकते हैं। तेज प्रताप यादव को भी मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता भी चुन लिया गया है। खबरों के मुताबिक नीतीश कुमार आज देर रात या फिर कल शपथ भी ले सकते हैं।
विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद नीतीश कुमार में तेजस्वी यादव से कहा कि 2017 में जो कुछ हुआ उसे भूल जाइए और एक नया अध्याय शुरू करते हैं। उन्होंने 2017 में गठबंधन तोड़ने पर अफसोस भी जताया। बैठक के दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को राजद के समर्थन की चिट्ठी भी सौंपी है। इस दौरान जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद रहे। तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार कुछ देर में राज्यपाल से मुलाकात भी कर सकते हैं। वहीं, नीतीश कुमार के पलटी मारने को लेकर अब भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने जबरदस्त तरीके से उन पर निशाना साधा है। भाजपा की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि नीतीश कुमार ने जनादेश का अपमान किया है।
अपने बयान में संजय जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद ही हमने 2020 में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया था। लेकिन उन्होंने हमारे साथ-साथ बिहार की जनता को धोखा दिया है। उन्होंने जनादेश के साथ खिलवाड़ किया है। उन्होंने कहा कि हमने NDA के तहत 2020 का चुनाव एक साथ लड़ा, जनादेश जद-यू और बीजेपी को था। हमने ज्यदा सीटें जीतीं, उसके बावजूद नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया। आज जो कुछ भी हुआ वह बिहार के लोगों और भाजपा के साथ विश्वासघात है। इसके साथ ही नीतीश कुमार के राजद के साथ जाने को लेकर भी संजय जायसवाल से पूछा गया संजय जायसवाल ने साफ तौर पर कहा कि है तो नीतीश कुमार ही बताएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि नीतीश कुमारको बताना चाहिए कि तब और अब के भ्रष्टाचार में क्या अंतर है।