By रेनू तिवारी | Apr 11, 2023
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत में मुस्लिम आबादी दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी है और यह केवल संख्या में बढ़ रही है। भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और भारत की नकारात्मक पश्चिमी धारणा के सवाल का जवाब देते हुए, केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है और यह आबादी केवल संख्या में बढ़ रही है।" वाशिंगटन में मुक्त व्यापार समझौते पर पीटरसन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में बोलते हुए वित्त मंत्री की टिप्पणी आई।
निर्मला सीतारमण ने की भारत के मुसलमानों की स्थिति पर बात
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी रहती है और अल्पसंख्यकों के मुद्दों को लेकर देश को दोष देने वाले लोगों को ज़मीनी हकीकत के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ‘पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स’ में अनौपचारिक बातचीत के दौरान सीतारमण ने कहा कि भारत में मुस्लिम जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि जैसा ज्यादातर लेखों में दावा किया गया है कि मुसलमानों की जिंदगी को मुश्किल बना दिया गया है, अगर इसमें सच्चाई होती तो क्या 1947 के बाद से मुस्लिम आबादी में इज़ाफा होता..। उन्होंने कहा कि मगर उसी वक्त अस्तित्व में आए पाकिस्तान में स्थितियां इसके उलट हैं। सीतारमण ने कहा कि पाकिस्तान में मुहाजिर (शरणार्थियों), शियाओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा हुई है जबकि भारत में मुस्लिम समुदाय का हर वर्ग अपना काम कर रहा है। उन्होंने कहा, “ भारत दो पाकिस्तानों में विभाजित हुआ। पाकिस्तान ने खुद को इस्लामी देश घोषित किया, लेकिन कहा कि अल्पसंख्यकों की रक्षा की जाएगी।
पाकिस्तान से बहुत बेहतर है भारतीय मुसलमानों की स्थिति
पाकिस्तान में हर अल्पसंख्यक समूह की संख्या कम होती रही है। कुछ मुस्लिम फिरके के लोगों की भी संख्या कम हुई है। ” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में विधि व्यवस्था राज्यों का विषय है और हर सूबे में अपनी चुनी हुई सरकार है जो प्रांतों में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को देखती है। उन्होंने कहा कि यह धारणा केवल एक भ्रम है कि पूरे भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा हो रही है। वित्त मंत्री ने कहा, “ ऐसा नहीं हो सकता है। हर प्रांत और उसकी पुलिस अलग है। उनका संचालन उन सूबों की चुनी हुई सरकारें करती हैं। लिहाज़ा यह अपने आप बताता है कि कैसे इन खबरों में भारत में कानून एवं व्यवस्था की प्रणाली कोई जानकारी नहीं है।” उन्होंने कहा, “ इसके लिए भारत सरकार को जिम्मेदार ठहराएंगे तो मैं कहना चाहूंगी कि 2014 से आज के बीच, क्या आबादी घटी है, क्या किसी समुदाय विशेष पर कर्ज बहुत ज्यादा है।” सीतारमण ने कहा, “ जो लोग इस तरह की खबरें लिखते हैं, मैं उन्हें भारत आने के लिए आमंत्रित करती हूं। मैं उनकी मेजबानी करुंगी। वे भारत आएं और अपनी बात साबित करें।’’ दुनिया की मुस्लिम आबादी का करीब 62 फीसदी हिस्सा एशिया-प्रशांत क्षेत्र (तुर्किये से इंडोनेशिया तक) में रहता है जिसकी आबादी एक अरब है। सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी इंडोनेशिया में है। इस देश में दुनिया की मुस्लिम आबादी का 12.7 प्रतिशत हिस्सा निवास करता है। अपने जवाब का विस्तार करते हुए, सीतारमण ने कहा, "आइए देखें कि भारत में क्या हो रहा है, बजाय उन लोगों द्वारा बनाई जा रही धारणाओं को सुनने के लिए जो जमीन पर नहीं गए हैं और रिपोर्ट तैयार करते हैं।"
सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और विकास पर भी बात की
पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआईआईई) में बोलते हुए, सीतारमण ने भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और विकास पर भी बात की। महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार के बारे में बात करते हुए, केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, "यह भारतीय लोगों का खुद पर लेने, चुनौती लेने और घर में त्रासदियों के बावजूद अपने व्यवसायों में बाहर आने का लचीलापन है।" केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बिजनेस लीडर्स और निवेशकों के साथ एक गोलमेज बैठक में भी भाग लिया, जिसकी सह-मेजबानी भारतीय उद्योग परिसंघ और यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल ने यूएस चैंबर, वाशिंगटन डीसी में की।