By अनुराग गुप्ता | Jul 28, 2022
कोलकाता। स्कूल भर्ती घोटाले में गिरफ्तारी के एक सप्ताह के भीतर ममता बनर्जी सरकार ने पार्थ चटर्जी को बर्खास्त कर दिया और अब पार्टी ने भी पूर्व मंत्री के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। आपको बता दें कि स्कूल भर्ती घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार किया है। अर्पिता मुखर्जी के फ्लैट से ईडी को भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद हुआ है।
इसी बीच तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में नंबर दो की भूमिका निभाने वाले अभिषेक बनर्जी का बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि पार्थ चटर्जी को टीएमसी से महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और तीन अन्य पदों के साथ हटा दिया गया है। जांच जारी रहने तक उसे निलंबित कर दिया गया है। दोषी नहीं साबित होने पर वापस आ सकते हैं।
समयबद्ध हों जांच
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अभिषेक बनर्जी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने फैसला लिया और मंत्री (पार्थ चटर्जी) को हटा दिया गया। मामले की जांच की जा रही है। अगर कोई गलत करता है तो टीएमसी उसे नहीं बख्शेगी। इसी बीच भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी को समय सीमा के भीतर जांच पूरी करनी होगी। शारदा मामले में भी कुछ नहीं हुआ, यह सिर्फ लटका हुआ है। समयबद्ध जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह (अर्पिता मुखर्जी) जिसके घर से रकम बरामद हुई वह टीएमसी की नहीं हैं। हम इस मामले से जुड़े लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई चाहते हैं।
भाजपा ने क्या कार्रवाई की ?
उन्होंने कहा कि टीएमसी एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने इस मामले में 7 दिनों के भीतर हस्तक्षेप किया। मैं सहमत हूं कि बड़ी रकम वसूल की गई। लेकिन आए दिन बैंक फ्रॉड हो रहे हैं, भाजपा ने क्या कार्रवाई की? नीरव मोदी उड़ गए, क्या भाजपा ने निर्मला सीतारमण को बर्खास्त किया, यह टीएमसी है जो बात करती है।
इसी दौरान अभिषेक बनर्जी ने मिथुन चक्रवर्ती से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें यह भी नहीं पता कि बंगाल में कितनी विधानसभा सीटें और जिले हैं ? वह सिर्फ इस बारे में डींग मारना चाहता हैं कि वह कितने बड़े नेता बन गए हैं, अगर वह खुद का मजाक बनाना चाहते हैं, तो ऐसा ही हो।