एनआईए ने पुलिस अधिकारी वाजे को 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 14, 2021

मुंबई। उद्योगपति मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी मिलने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने दी। वाजे, दक्षिण मुंबई में कंबाला हिल स्थित एजेंसी के दफ्तर में पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे।

एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सचिन वाजे को रात 11 बजकर 50 मिनट पर एनआईए मामला आरसी/1/2021/एनआईए/एमयूएम में गिरफ्तार कर लिया गया।’’ कार्माइकल रोड स्थित अंबानी के आवास के पास खड़ी एक एसयूवी (स्कॉर्पियो) में 25 फरवरी को जिलेटिन की कुछ छड़ें और एक धमकी भरा पत्र मिला था। एनआईए ने कहा कि वाजे को 25 फरवरी को विस्फोटकों से भरा वाहन खड़ा करने में भूमिका निभाने और इसमें संलिप्त रहने को लेकर गिरफ्तार किया गया। ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ वाजे, ठाणे निवासी व्यवसायी मनसुख हिरन की मौत मामले में भी सवालों के घेरे में हैं। उक्त स्कॉर्पियो हिरानी के पास ही थी। हिरन पांच मार्च को ठाणे जिले में क्रीक में मृत पाये गए थे।

 

आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) हिरन मामले की जांच कर रहा है। हिरन का शव मिलने के कुछ दिनों बाद एटीएस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। शनिवार को वाजे का बयान दर्ज करते हुए एनआईए ने एसयूवी मिलने और हिरन की कथित हत्या के मामलों में अब तक की गई जांच के बारे में जानकारी साझा करने के लिए अपराध शाखा के एसीपी नितिन अलकनुरे और एटीएस एसीपी श्रीपद काले को बुलाया था। अलकनुरे और काले करीब चार घंटे बाद एनआईए कार्यालय से चले गए। हिरन की पत्नी ने वाजे पर अपने पति की संदिग्ध मौत मामले में संलिप्त होने के आरोप लगाए थे। इसी हफ्ते वाजे को मुंबई अपराध शाखा से हटा दिया गया था।

प्रमुख खबरें

राजस्थान में ब्राह्मण को सीएम बनाने में अहम भूमिका निभाई: आध्यात्मिक गुरु रामभद्राचार्य बड़ा दावा

भारतीय तटरक्षक बल ने गंभीर रूप से बीमार मरीज को अस्पताल में भर्ती कराया

गाजियाबाद में पार्किंग विवाद में एक व्यक्ति की हत्या, बेटा गंभीर रूप से घायल

Maharashtra Assembly elections | यह देश का इतिहास रहा है, इसमें कुछ भी गलत नहीं है, Devendra Fadnavis ने योगी के बटेंगे तो कटेंगे नारे का समर्थन किया