By अंकित सिंह | Jul 13, 2023
पिछले चार दिनों से लगातार बढ़ रहे यमुना नदी का जलस्तर पिछले तीन घंटे से स्थिर है। गुरुवार को दोपहर एक और दो बजे यमुना का जलस्तर 208.62 मीटर था। इसके बाद से स्थिरता बनी हुई है। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्लूसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है और यह आज रात से कम होना शुरू हो जाएगा। यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गढ़ी मेंडू गांव के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भारी बारिश के बाद हुए जलभराव के कारण कई जगहों पर यातायात के लिए मार्ग बदले गए। इस वजह से भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति बन गई है।
DIG (NDRF) मोहसिन शाहिदी ने कहा कि यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर पर पहुंच गया है। इसके चलते दिल्ली के निचले इलाकों में काफी जगह पानी आ गया है। इन इलाकों में NDRF की 12 टीमें तैनात की गई थीं। आज हमने अतिरिक्त टीम लगाई हैं जिससे लोगों को तुरंत बचाया जा सके। हालात अभी नियंत्रण में है। मुझे लगता है कि कल तक स्थिति बहुत हद तक बेहतर होगी। DMRC ने सावधानी लेते हुए इस मार्ग पर मेट्रो की रफ्तार 30 किमी प्रती घंटे तक सीमित किया है। बुधवार को, यमुना में जल स्तर 45 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ते हुए रात 11 बजे 208.48 मीटर तक पहुंच गया था। अधिकारियों ने कहा था कि जल स्तर और बढ़ने की संभावना है। दिल्ली सरकार ने रविवार तक सभी स्कूल, कॉलेज और गैर-जरूरी सरकारी कार्यालय बंद रखने का आदेश दिया है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण ब्लू लाइन पर यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास अस्थायी रूप से बंद कर दिया है।
पानी की वजह से चुनौतिया अभी बभी मौजूद हैं। मेटकाफ रोड स्थित सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर में बाढ़ का पानी घुस गया। बाढ़ के बीच मरीजों को लोक नायक जय प्रकाश (LNJP) अस्पताल में स्थानांतरित किया गया। पानी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में आ गया है जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। इस के चलते कश्मीरी गेट पर भी पानी आ गया है। दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कैबिनेट मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। दिल्ली में लाल किले तक बाढ़ का पानी पहुंचा है।
दिल्ली की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को रविवार तक के लिए बंद कर दिया गया है। सरकारी स्कूलों को राहत शिविर में तब्दील किया जा रहा है। यमुना में पानी का उफान इस कदर है कि आईटीओ हो या फिर दिल्ली सचिवालय, मयूर बिहार का पॉश इलाका हो या फिर कश्मीरी गेट, हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। दिल्ली सरकार के मंत्री जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। उनकी ओर से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जाने के दावे भी किए जा रहे हैं। भाजपा और कांग्रेस के नेता भी जमीन पर मदद पहुंचाने की कोशिश में लगे हुए हैं। दिल्ली में जल प्रलय की वजह से जल संकट का भी दौर आ सकता है। खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसके संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि पानी भर जाने की वजह से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करना पड़ा है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पीने के पानी को लेकर दिल्ली में एक-दो दिनों का संकट आ सकता है। पानी तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास तक भी पहुंच रहा है।