By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 30, 2024
इस्लामाबाद । रावलपिंडी के लियाकत बाग इलाके में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के आह्वान पर किए गए विरोध प्रदर्शन के बाद पंजाब पुलिस ने उनके खिलाफ शनिवार को तीन नए मामले दर्ज किए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री पहले से ही जेल में बंद हैं। एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की खबर के अनुसार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक पर रविवार को खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंदापुर और पार्टी अध्यक्ष बैरिस्टर गौहर खान के साथ आतंकवाद रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। रावलपिंडी के न्यू टाउन और सिविल लाइंस पुलिस थानों द्वारा दर्ज की गई शिकायतों में हत्या के प्रयास, धारा 144 के उल्लंघन और अन्य आतंकवाद से संबंधित अपराधों के आरोप भी शामिल थे।
आरोपों के अनुसार, एक वर्ष से अधिक समय से अदियाला जेल में बंद इमरान खान (71) ने अपने समर्थकों को राष्ट्रीय संस्थाओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए उकसाया और जेल से निर्देश जारी किए। पंजाब सरकार ने भी खान और उनके समर्थकों के खिलाफ आरोप लगाए हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय संस्थाओं की आलोचना की, वहां तोड़फोड़ की और पथराव सहित हिंसा भड़काई। खान के समर्थकों की शनिवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित तौर पर पुलिस के साथ झड़प हुई थी। खान द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन के लिए सैकड़ों पीटीआई समर्थकों ने शहर के ऐतिहासिक लियाकत बाग पार्क तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने बैरिकेड्स लगा दिए।
पीटीआई द्वारा साझा किए गए वीडियो में प्रदर्शनकारियों को पुलिस पर पत्थरों और ईंटों से हमला करते तथा प्रदर्शनकारियों द्वारा पीछा किए जाने पर वे पीछे हटते देखे गए। इससे पहले खान ने ‘‘शांतिपूर्ण विरोध’’ का आह्वान किया था, जिसके मद्देनजर प्रांतीय सरकार ने सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया और शहर की ओर जाने वाली सभी प्रमुख सड़कों को बंद कर दिया। झड़प के बाद किसी भी नुकसान से बचने के लिए पार्टी ने विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया। सेना का मुख्यालय रावलपिंडी में स्थित है और विरोध प्रदर्शन का स्थान वहां से कुछ किलोमीटर की दूरी पर था। खान को पिछले साल पांच अगस्त को पाकिस्तान के चुनाव आयोग द्वारा दायर तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था। तब से वह विभिन्न मामलों में जेल में बंद हैं।