By रितिका कमठान | Oct 03, 2024
एयर इंडिया के कर्मचारियों के लिए नई नीति कंपनी ने लॉन्च की है। इस नीति को लेकर कर्मचारियों ने अपनी परेशानी भी साझा की है। एयर इंडिया के कई कर्मचारियों ने गोपनीयता और थकान संबंधी चिंताएं व्यक्त की है। कंपनी ने 1 दिसंबर से अपने केबिन क्रू सदस्यों के लिए नई रूम शेयरिंग नीति लागू करने का प्रस्ताव रखा है।
द हिंदू की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार सीईओ कैम्पबेल विल्सन और मुख्य मानव संसाधन अधिकारी रविन्द्र कुमार को ईमेल भेजा है। इस ईमेल में उन्होंने कर्मचारियों से कहा है कि नई नीति से कर्मचारियों के आराम करने की प्रक्रिया पर काफी असर होगा। नई नीति का नकारात्मक असर उनकी सेहत के साथ ही उनके काम के प्रदर्शन पर भी पड़ेगा।
कर्मचारियों ने आराम और गोपनीयता के लिए निजी स्थान की आवश्यकता पर बल दिया, विशेष रूप से बहुत लंबे उड़ान घंटों और 18 घंटे तक की अनियमित शिफ्ट के बाद। कंपनी को दिए गए अपने ज्ञापन में उन्होंने बताया कि क्रू की उड़ान अनुसूची अलग-अलग होती है, इसलिए उन्हें अलग-अलग नींद और आराम चक्र की आवश्यकता होती है।
इन चिंताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए एयरलाइन के प्रवक्ता ने द हिंदू को बताया कि विलय के बाद एयर इंडिया और विस्तारा की कर्मचारी नीतियों में सामंजस्य स्थापित करने की आवश्यकता है। प्रवक्ता ने कहा कि ये नीतियां घोषित मुआवजे और लाभों का हिस्सा हैं जो "प्रतिस्पर्धी और उद्योग मानकों के अनुरूप हैं।" एयर इंडिया में केबिन क्रू प्रशिक्षण के पूर्व सुरक्षा एवं आपातकालीन प्रक्रिया प्रशिक्षक अरुण कपूर ने कहा कि नई प्रस्तावित नीति सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने बताया, "विभिन्न लोग काम के बाद अपने-अपने तरीके से आराम करना पसंद करते हैं। कोई टेलीविजन देखना पसंद कर सकता है, तो कोई पढ़ना चाहता है।" उन्होंने यह भी बताया कि एक ही उड़ान में केबिन क्रू सदस्यों की आराम संबंधी आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं।
एयर इंडिया की नई नीति
नई नीति के अनुसार, केबिन क्रू और केबिन सीनियर्स को ट्विन शेयरिंग के आधार पर कमरे आवंटित किए जाएंगे। उड़ान के दौरान 8 से 9 वर्ष के अनुभव वाले केबिन प्रबंधकों और अधिकारियों को एकल कमरे आवंटित किए जाते रहेंगे। एयरलाइन के सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के केबिन क्रू के भत्ते 75-125 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 85-135 अमेरिकी डॉलर कर दिए जाएंगे। घरेलू उड़ानों के केबिन क्रू के लिए प्रति रात्रि ₹1,000 के भत्ते में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
हालांकि एयर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा में कमरा साझा करने की नीति पहले से ही प्रचलित है, लेकिन यह पहली बार होगा जब टाटा समूह के स्वामित्व वाली घाटे में चल रही एयर इंडिया में इसे लागू किया जाएगा। यह नई नीति ऐसे समय में आई है जब कर्मचारियों का एक वर्ग केंद्रीय श्रम आयुक्त के समक्ष श्रम कानून के तहत मानव संसाधन संबंधी मुद्दों के निवारण की मांग कर रहा है।