By अभिनय आकाश | Oct 07, 2024
भारत के साथ मालदीव की द्विपक्षीय प्रतिबद्धता को दोहराते हुए पांच दिवसीय यात्रा पर आए राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा कि उनका देश भारत की सुरक्षा को कमजोर करने के लिए काम नहीं करेगा और नई दिल्ली को कई क्षेत्रों में सहयोग के साथ एक 'मूल्यवान भागीदार और मित्र' के रूप में देखता है। हालाँकि मालदीव के राष्ट्रपति ने जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लिया था, लेकिन यह उनकी भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। दिल्ली के अलावा, वह मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे जहां वह व्यावसायिक कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
मुइज्जू ने कहा कि मालदीव कभी भी भारत की सुरक्षा को कमजोर करने वाला कोई काम नहीं करेगा। जबकि हम विभिन्न क्षेत्रों में अन्य देशों के साथ सहयोग बढ़ाते हैं, हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि हमारे कार्यों से हमारे क्षेत्र की सुरक्षा और स्थिरता से समझौता न हो। उन्होंने अपनी 'मालदीव फर्स्ट' नीति का जिक्र करते हुए कहा कि यह आवश्यक है मालदीव अंतरराष्ट्रीय संबंधों में विविधता लाएगा और किसी एक देश पर अत्यधिक निर्भरता को कम करेगा। मालदीव और भारत के बीच संबंध हमेशा मजबूत रहे हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि भारत-मालदीव के विशेष संबंधों को आगे बढ़ाते हुए! प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति एम.एम. मुइज्जू का हैदराबाद हाउस में गर्मजोशी से स्वागत किया। भारत और मालदीव के द्विपक्षीय संबंधों पर विस्तृत चर्चा होगी। इससे पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में मुइज्जू का औपचारिक स्वागत किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे। तीनों सेनाओं ने मुइज्जू को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद उन्होंने यहां राजघाट स्थित महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। मालदीव के राष्ट्रपति अपनी पत्नी साजिदा मोहम्मद और अपने देश के प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत पहुंचे।