By अंकित सिंह | Jan 09, 2025
दिल्ली में चुनावी दंगल के बीच विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक में तकरार साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। जहां दिल्ली में आप और कांग्रेस आमने-सामने हैं। वहीं, गठबंधन में शामिल अन्य दलों की ओर से आने वाले बयान इसकी स्थिति को कमजोर बना रहे हैं। दूसरी ओर इंडिया गठबंधन में दरार का भाजपा मजे ले रही है। बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर सरकार बनाई है और झूठ फैलाने और अपने भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए कई बार टीम बनाई है। उन्होंने कहा कि टीएमसी और समाजवादी पार्टी का दिल्ली से कोई लेना-देना नहीं है, वे अरविंद केजरीवाल की तरह ही लोगों को लूटते हैं और झूठ बोलते हैं।
बीजेपी सांसद दिनेश शर्मा ने कहा कि यह कोई INDI गठबंधन नहीं था, यह एक 'ठगबंधन' था, जिसे स्वार्थी विचारधारा वाले राजनीतिक दलों ने जनता के वोटों को ठगने के लिए बनाया था। उन्होंने हमला जारी रखते हुए कहा कि वे चुनाव में अपनी हार बर्दाश्त नहीं कर सके। बीजेपी ने पहले ही कहा था कि वे पहले मिलेंगे और एक होंगे, फिर आपस में लड़ेंगे और हारने के बाद बिखर जायेंगे। वे जनता के अविश्वास का पात्र बन गये हैं। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि सबसे पहले समाजवादी पार्टी ने राहुल गांधी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित किया और आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया। इसके बाद टीएमसी ने भी यही किया। कल तेजस्वी यादव ने कहा था कि इंडिया गठबंधन सिर्फ लोकसभा के लिए था।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव काफी पहले ही पास हो चुका है। संसद सत्र में आपको समाजवादी पार्टी, टीएमसी, शरद पवार (एनसीपी) याद होंगे एससीपी) और उमर अब्दुल्ला (एनसी) ने अलग-अलग मुद्दों पर खुद को कांग्रेस से दूर रखा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि इंडिया गठबंधन के पास कोई मिशन और विजन नहीं है, उनकी केवल अपनी महत्वाकांक्षाएं हैं। कांग्रेस एक परजीवी पार्टी है।
इससे पहले उमर अब्दुल्ला ने दिल्ली में आप-कांग्रेस के बीच जारी घमासान पर जमकर निशाना साधा है। उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली में क्या चल रहा है, इसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता क्योंकि दिल्ली चुनाव से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जहाँ तक मुझे याद है, इंडिया गठबंधन की कोई समय सीमा नहीं थी। दुर्भाग्य से, इंडिया गठबंधन की कोई बैठक आयोजित नहीं की जा रही है, इसलिए नेतृत्व, एजेंडा या हमारे अस्तित्व के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। यदि यह सिर्फ संसद चुनाव के लिए था तो उन्हें गठबंधन खत्म कर देना चाहिए।