By टीम प्रभासाक्षी | Jul 12, 2021
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल यहां रविवार को काकोरी में संदेह के आधार पर एटीएस की टीम ने एक घर की घेराबंदी कर आस-पास के घरों को खाली करवाया। इस घर से भारी मात्रा में बम और बारुद मिले हैं। वहीं अब पड़ोसी ने इस मामले में कई खुलासे किए हैं। पड़ोसी ने बताया कि इस घर में रहने वाला शाहिद पहले सऊदी अरब में काम किया करता था और वह 9 साल बाद यहां वापस लौटा है। पड़ोसी के मुताबिक सऊदी अरब से लौटने के बाद उसने काकेरी में मोटर मैकेनिक का काम शुरु किया। इस घर के अलावा शाहिद के पास दो घर और हैं और वह दोनों भाई सरकारी नौकरी से रिटायर हैं।
सऊदी अरब जाने से पहले शाहिद अपने परिवार के साथ यहां रहा करता था लेकिन वहां से लौटने के बाद शाहिद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहने लगा। पड़ोसी ने कहा कि उन्हें कभी शक नहीं हुआ कि शाहिद किसी तरह संदिग्ध गतिविधि में शामिल है। पड़ोसी के अनुसार शाहिद की उम्र लगभग 50 साल है। बता दें कि एटीएस की टीम को इस घर में संदिग्ध गतिविधियां होने का कई दिनों से शक था। जिसकी वजह टीम इस घर पर नजर बनाए हुई थी।एटीएस की टीम का नेतृत्व आईजी जीके गोस्वामी कर रहे थे। एटीएस टीम ने इस ऑपरेशन में अबतक दो प्रेशर कूकर बम, भारी मात्रा में असलहे बरामद किए हैं।
अलकायदा कनेक्शन आया सामने
जानकारी के अनुसार बता दें कि एटीएस की टीम पिछले एक हफ्ते से इन संदिग्धों का पता लगाने में जुटी थी। जांच में इनका अलकायदा से कनेक्शन सामने आया है। मौके पर पहुंची बम स्क्वाड की टीम ने विस्फोटक निष्क्रिय कर दिए। खबर तो यह भी कि जो संदिग्ध गिरफ्त में है वे पाकिस्तान से हैं। संदिग्ध वसीम की संदिग्ध गतिविधियों की वजह से यह पूरा मामला सामने आया है।