By अंकित सिंह | Jun 02, 2022
कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा का एक ऐसा बयान सामने आया है जिसके बाद पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सज्जन सिंह वर्मा ने एक बयान देते हुए कहा कि हमें पंडित जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना का शुक्रिया करना चाहिए जिन्होंने देश के दो टुकड़े करके बुद्धिमता का काम किया। इतना ही नहीं, सज्जन सिंह वर्मा ने तो जिन्ना को स्वतंत्रता सेनानी बता दिया। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या जिन्ना स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे? मुस्लिम होने की वजह से स्वतंत्रता सेनानी होने की परिभाषा बदल जाती है? अपने बयान में उन्होंने काकहा कि पीएम मोदी ने अपने 26 जनवरी के भाषण में कहा कि 1947 में देश को विभाजित करने के लिए जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना जिम्मेदार हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देश को नेहरू और जिन्ना को धन्यवाद देना चाहिए क्योंकि उन्होंने देश को दो भागों में विभाजित करके बुद्धिमता का काम किया। इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने आरएसएस और मोहन भागवत को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि हाल में ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत पंचमढ़ी में अखंड भारत बनाने के बाद किया था। उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान, इंडोनेशिया, बांग्लादेश के मुसलमान अखंड भारत में आ जाए तो मोदी जी, भागवत जी आपको खड़े रहने की जगह नहीं मिलेगी। दरअसल, सज्जन सिंह वर्मा आगर मालवा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने पहुंचे थे। इससे पहले मंदसौर में भी महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे सज्जन सिंह वर्मा ने जीना को साहब कहा था।
भाजपा की ओर से इसपे पलटवार किया गया है। मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि इसका मतलब कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि हिंदुस्तान के विभाजन के दोषी नेहरू और जिन्ना थे। हम तो कहते आए हैं कि नेहरू और जिन्ना ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए देश के दो टुकड़े करवा दिए। उन्होंने कहा कि जिन्ना राष्ट्रपति और नेहरू प्रधानमंत्री बनना चाहते थे इसलिए उन्होंने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा किया। अब सवाल ये है कि कांग्रेस का नेतृत्व चुप क्यों है? वो इस बात का खंडन करें नहीं तो ये बात स्वीकार हो जाएगी कि नेहरू ही देश के बंटवारे के दोषी थे।