By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 17, 2017
श्रीनगर। माकपा नेता एमवाई तारिगामी ने सेना प्रमुख की टिप्पणी पर निराशा व्यक्त करते हुये आज कहा कि कश्मीर के लोगों और देश के बाकी हिस्से के बीच की दरार को चौड़ा करने की बजाय घाटी के लोगों तक पहुंचने के प्रयास किये जाने की जरूरत है। तारिगामी ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘ऐसे समय में जब कश्मीर के लोगों तक पहुंचने के प्रयास किये जाने की जरूरत है, इस तरह के बयान घाटी के लोगों और देश के बाकि हिस्से के बीच की खाई को चौड़ा करने में भूमिका निभा रहे हैं।’’
दक्षिण कश्मीर कुलगाम के विधायक ने कहा कि इस तरह के कठोर बयान घाटी में पहले से ही मौजूद प्रतिकूल स्थिति को और बिगाड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे समय में विश्वास बहाली के उपाय करने की जरूरत है क्योंकि वहां विश्वास की भारी कमी है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय की स्थिति विश्वास की कमी और दशकों से चली आ रही नाराजगी का परिणाम है। तारिगामी ने कहा कि जब तक दोनों सरकारें- केंद्र और राज्य सरकार कश्मीर में फैली निराशा और नाउम्मीदी पर प्रतिक्रिया नहीं देतीं तब तक स्थिति में सुधार नहीं होने वाला।
पथराव को निराशा की अभिव्यक्ति बताते हुये तारिगामी ने कहा कि वे (पथराव करने वाले) सुना जाना चाहते हैं लेकिन कोई भी नहीं सुन रहा है। उन्होंने कहा कि पत्थर का जवाब बंदूक से दिया जाना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है।