By अनन्या मिश्रा | Jul 01, 2024
सेहतमंद बने रहना हर किसी की प्रियोरिटी लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। इसलिए कहा गया है, 'स्वास्थ्यमानव जीवन की सबसे बड़ी पूंजी' है। स्वस्थ रहकर व्यक्ति अपने जीवन को खुलकर और अच्छे से जी पाता है। तमाम छोटी-बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए डॉक्टर्स की मदद ली जाती है। इसलिए डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। इसलिए डॉक्टर्स के प्रति आभार जताने के लिए हर साल 01 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स दिवस मनाया जाता है।
कब और कैसे हुई शुरूआत
प्रसिद्ध डॉक्टर और बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉक्टर बिधान चंद्र राय के सम्मान में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया जाता है। हालांकि डॉक्टर्स के प्रति आभार जताने के लिए देश-दुनिया में अलग-अलग दिन इसे मनाया जाता है। लेकिन भारत में 01 जुलाई को डॉक्टर्स डे सेलिब्रेट किया जाता है। क्योंकि 01 जुलाई को भारत के फेमस फिजीशियन डॉ. बिधान चंद्र राय का जन्म हुआ था और 01 जुलाई 1962 को इनका निधन हुआ था। मेडिकल के क्षेत्र में इनके अभूतपूर्व योगदान को सम्मान देने के लिए 01 जुलाई को डॉक्टर्स डे मनाने की शुरूआत की गई।
उद्देश्य
डॉक्टर्स डे मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य चिकित्सकों के योगदान उनके कार्यों के प्रति लोगों को जागरुक करना है। डॉक्टर अपने सुख-दुख की परवाह किए बिना मरीजों के लिए जीते हैं। डॉक्टर्स समाज को रोगमुक्त बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में उनके इस योगदान की सराहना करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है। वहीं कोरोना महामारी के दौरान हम सभी ने डॉक्टर्स के भगवान वाले रूप को देखा है, जो अपनी जान और परिवार की परवाह किए बिना मरीजों की सेवा में लगे रहे। इस दौरान कई डॉक्टर्स ने अपनी जान भी गंवा दी थी।
साल 2024 की थीम
हर साल डॉक्टर्स डे एक खास थीम रखी जाती है। इस बार साल 2024 में नेशनल डॉक्टर्स डे की थीम'Healing Hands, Caring Hearts' रखी गई है।