By अभिनय आकाश | Aug 03, 2022
नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर चीन ने बहुत बड़ी बातें की थीं। पिछला कोई दिन ऐसा नहीं गुजरा होगा जब चीन के विभिन्न मंचों से बड़ी धमकियां दी जा रही थी। चीन का शीर्ष नेतृत्व से लेकर सरकारी भोंपू तक बार-बार अंजाम भुगतने की धमकी दे रहा था। लेकिन तमाम अटकलों और आशंकाओं के बीच आखिरकार अमेरिकी संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा किया। इन सबके बीच चीन ने ताइवान के पास अपने टैंक्स जरूर भेजे। लेकिन अमेरिका ने पहले ही ये साफ कर दिया था कि वो किसी भी प्रकार की धमकियों से डरने वाला नहीं है।
चीन की धमकियों के बीच अमेरिकी स्पीकर नैंसी पेलोसी अपने पूरे लावो लश्कर के साथ ताइवान पहुंची। अमेरिका के छह सीक्रेट सर्विस फील्ड एजेंट्स हर संभव खतरे पर अपनी नजर बनाए रखी।। ताइवान की मिलिट्री पुलिस की पहले से ही तैनाती कर दी गई थी। इसके साथ ही ताइवानी एफ-16 एयरक्रॉफ्ट को भी तैनात कर दिया गया था। अमेरिका के 2 पी-8ए सर्विलांस एयरक्रॉफ्ट करियर भी उड़ान भर रह रहे थे। तमाम तरह की कवायगों के साथ ही अमेरिका के 2 आरक्यू-1 प्रेडेटर ड्रोन भी नैंसी पेलोसी की सुरक्षा में लगे हुए थे। वहीं अमेरिका मिलिट्री सैटेलाइट के माध्यम से भी पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए रखा था।
अमेरिकी संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी के ताइवान दौरे को लेकर चीन भड़क उठा है और उसने धनकी दी है कि वो टारगेटेड स्ट्राइक करेगा। इन सब के बीच ताइवान और अमेरिका दोनों की फौज भी जवाबी कार्रवाई में जुट गई है। अमेरिकी नेवी के चार जंगी बेड़े ताइवान के समुंद्र में गश्त कर रहे हैं तो चीन ने ताइवान को पूरी तरह से घेरते हुए छह जगहों पर अपना घेरा डाल रखा है। इनमें से तीन जगह ऐसी है जहां वो ताइवान की सीमा के अंदर अभ्यास कर रहा है। कुल मिलाकर हालात तनावपूर्ण हैं और स्थिति किसी भी वक्त विस्फोटक हो सकती है।