By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 30, 2022
राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार के गठन के लिए कांग्रेस, राकांपा और शिवसेना न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) के आधार पर एकसाथ आई थी। ऐसे में अब इस सीएमपी को लागू करने के लिए महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि अब कोरोना संकट से काफी हद तक उबर जाने के बाद सरकार को सीएमपी के तहत तय योजनाओं को लागू करने पर जोर देना चाहिए। पटोले ने कहा कि पिछले दो साल में कोरोना संकट की वजह से सीएमपी के कार्यान्वयन में बाधा आई थी, लेकिन अब इसे पूरा करवाना कांग्रेस की बड़ी प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में नाना पटोले ने कहा है कि 2019 में सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता में आने से रोकने और समाज के सभी वर्गों के समग्र विकास के उद्देश्य से तीनों दल एक साथ सरकार के गठन के लिए आई थी। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सरकार के गठन को हरी झंडी दी थी। ऐसे में अब महाविकास आघाडी सरकार उसी कार्यक्रम के आधार पर चलेगी। पटोले ने कहा कि राज्य में समाज के सभी वर्गों को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस पार्टी कटिबद्ध है। सोनिया गांधी ने इससे पहले मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सरकार से दलितों, ओबीसी और अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए योजनाओं पर काम करने को कहा था।
कोरोना ने राज्य सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी की लेकिन इस कठिन समय में भी मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में माविआ सरकार ने अच्छा काम किया है. नाना पटोले ने कहा कि अब राज्य में सभी लेन-देन सुचारू रूप से चल रहे हैं और अर्थव्यवस्था पटरी पर है। ऐसे में अब सीएमपी के तहत और दलित, ओबीसी अल्पसंख्यक समुदाय कल्याण योजनाओं को जल्द से जल्द लागू किया जाए।
पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए नाना पटोले ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार स्थिर है और इस पर कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों की नाराजगी की खबर में कोई सच्चाई नहीं है। पटोले ने कहा कि यदि पार्टी के विधायक अपने कुछ मुद्दों को लेकर किसी वरिष्ठ नेता से मिलने के इच्छुक हैं तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी इस बात की अफवाह फैला रही है कि कांग्रेस विधायक नाराज हैं, लेकिन यह पूरी तरह से आधारहीन है।