Health Tips: पाचन से लेकर वेट लॉस तक में फायदेमंद है हरड़, कई बीमारियां होंगी छूमंतर

By अनन्या मिश्रा | Feb 12, 2024

आयुर्वेद में हरड़ एक लाभकारी जड़ी-बूटी के तौर पर जाना जाता है। वहीं आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व भी होता है। आपको बता दें कि हरड़ा का इस्तेमाल कई दवाइयों को बनाने में किया जाता है। हरड़ का इस्तेमाल त्रिफला चूर्ण बनाने में भी किया जाता है। यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। साथ ही यह पेट संबंधित कई समस्याओं में राहत देने का काम करता है। आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि हरड़ को कब और कैसे खाना आपके लिए फायदेमंद होता है।


त्रिफला चूर्ण

आपको बता दें कि आयुर्वेद में त्रिफला चूर्ण को बहुत अहम माना जाता है। हांलाकि आप इसको घर में भी बनाकर तैयार कर सकते हैं। इसके लिए एक भाग हरड़ पाउडर, दो भाग बहेड़ा पाउडर और तीन हिस्सा आंवला पाउडर मिलाकर त्रिफला चूर्ण बना लें। इस त्रिफला चूर्ण का सेवन कफ, गैस और एसिडिटी में काफी फायदेमंद माना जाता है। सर्दियों में रोजाना रात में गरम पानी से त्रिफला चूर्ण का सेवन करने से आपके कई तरह के फायदे मिलते हैं।

इसे भी पढ़ें: Health Tips: पेपर कप में चाय पीना सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदेह, खतरा जान चकरा जाएंगे आप


वेट लॉस में सहायक

अगर आप भी वेट लॉस करना चाहते हैं, तो हरड़ का सेवन आपके काम आ सकता है। क्योंकि हरड़ के सेवन से गैस-एसिडिटी की समस्या से राहत मिलती है। इससे धीरे-धीरे आपका वेट लॉस भी होने लगता है।


पाचन में सहायक

हरड़ का सेवन पाचनतंत्र से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी होता है। हरड़ अपच संबंधी समस्याओं में राहत पहुंचाने का काम करता है। हम खाने में जो न्यूट्रिशन लेते हैं, कई बार वह अच्छे से एब्जॉर्व नहीं हो पाते हैं। ऐसे में भोजन में मौजूद न्यूट्रिएंट्स हरड़ को एब्जॉर्ब करने में मददगार होता है।


गैस-एसिडिटी से बचाव

सर्दियों में हमारी लाइफस्टाइल में बदलाव आता है। इस मौसम में तेल-मसाले वाली चीजों का सेवन, पानी कम पीने और एक्सरसाइज की कमी से गैस-एसिडिटी की समस्या होने लगती है। इस समस्याओं में हरड़ काफी फायदेमंद होता है। गैस-एसिडिटी की समस्या से राहत पाने के लिए रात को सोने के समय गर्म पानी में हरड़ मिलाकर इसको पी लें। इससे आपको जल्द राहत मिलेगी।


सिरदर्द होगा दूर

सर्दियों के मौसम में ठंड लगने या अपच के कारण सिरदर्द की समस्या हो जाती है। ऐसे में सिरदर्द से छुटकारा पाने के लिए गर्म पानी में हरड़ पाउडर मिलाकर पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है। साथ ही हरड़ की तासीर भी गर्म होती है। इसलिए सर्दियों में इसका सेवन करना लाभकारी होता है।


कफ में आराम

सर्दियों में आमतौर पर सर्दी-जुकाम, खांसी और कफ की समस्या होने लगती है। कफ बढ़ने पर सांस लेने में तकलीफ होती है। ऐसे में हरड़ के सेवन से कफ पिघलने लगता है और कफ से छुटकारा मिलता है।


शुगर होगा कंट्रोल

जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, तो उनके लिए हरड़ काफी फायदेमंद होता है। बता दें कि हरड़ में हाइपोग्लाइकेमिक गुण पाया जाता है। जो शरीर में शुगर लेवल को कम करने में मददगार होता है। इसके रोजाना सेवन से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है।


कम होगी सूजन

शरीर में सूजन की समस्या होने पर भी हरड़ का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि यह शरीर की सूजन को कम करने में सहायक होता है और दिमाग भी हेल्दी रहता है। इसके सेवन से व्यक्ति को अल्जाइमर की समस्या नहीं होती है।


जोड़ों के दर्द में मिलेगी राहत

अक्सर सर्दियों के मौसम में लोगों के जोड़ों में दर्द होने लगता है। ऐसे में हरड़ का सेवन फायदेमंद होता है। बता दें कि हरड़ बॉडी में वात को बैलेंस करने के साथ ही गठिया और जोड़ों के दर्द में राहत देता है।


हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद

हरड़ के उपयोग से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम होता है और लिपिड निर्माण को रोकने में सहायक होता है। साथ ही यह दिल के दौरे, ब्लॉकेज, एथेरोस्क्लेरोसिस और क्लॉटिंग आदि के खतरे को कम करता है।


रंगत निखारे

हरड़ में मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन सी और आयरन जैसे एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। यह सभी पोषक तत्व स्किन की चमक बढ़ाने का काम करते हैं और त्वचा को अंदर से ग्लोइंग बनाते हैं। हरड़ में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल गुण स्किन इंफेक्शन और एलर्जी से राहत देने का काम करता है।


ज्यादा न करें हरड़ का सेवन

बता दें कि जरूरत से ज्यादा हरड़ का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके साइडइफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं। हरड़ का ज्यादा सेवन करने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगड़ सकता है।

प्रमुख खबरें

मुख्यमंत्री ने की विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेले की तैयारियों की समीक्षा

इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे की मौत : झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार

रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री फिको से की वार्ता

जीआरएपी के चौथे चरण के लागू होने के बावजूद दिल्ली की वायु गुणवत्ता गंभीर श्रेणी में पहुंची