By अभिनय आकाश | Jun 10, 2024
जम्मू कश्मीर में जिस बात का डर था वही हुआ। आतंकियों ने सिर उठाना शुरू कर दिया है। हैरानी की बात देखिए कि जिस दिन चुनावों के नतीजे आए कश्मीर में उसी दिन एक प्राचीन शिव मंदिर में आग लगने की खबर सामने आई। वहीं जिस दिन पीएम मोदी ने शपथ ली उसी दिन जम्मू कश्मीर के रियाशी में आतंकवादियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों की बस पर अटैक कर दिया। इस बस में उत्तर प्रदेश और दिल्ली के तीर्थ यात्री थे। 10 की मौत हो गई और 32 घायल है। ये हमला सीधे सीधे भारत को चुनौती है। सर्जिकल स्ट्राइक की मांग उठ रही है और अब तो इजरायल ने भी इस हमले पर बयान दे दिया है।
इजरायल पहला देश है जिसने इस घटना की निंदा की है। भारत में इजरायली राजदूत ने कहा है कि हम भारत के साथ खड़े हैं। आतंकवाद को जड़ से मिटाना होगा। हम भारतीय लोगों के साथ हैं और इस घटना के बाद हमें गहरा सदमा लगा है। इजरायल का बयान ऐसे समय में आया है जब सोशल मीडिया पर ऑल आइज ऑन रियाशी ट्रेंड कर रहा है। भारत के लोग पूछ रहे हैं कि जो सेलिब्रिटी पैसा लेकर इजरायल के खिलाफ ऑल आईज ऑन राफा चला रहे थे। वो अब रियाशी को देखकर चुप क्यों हैं? वहीं कई लोगों का कहना है कि उन्हें सर्जिकल स्ट्राइक से कम कुछ और नहीं चाहिए।
अमित शाह ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि आतंकियों को ढूंढ़कर निकाला जाएगा और किसी को नहीं छोड़ा जाएगा। अमित शाह ने कहा कि उपराज्यपाल और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी से बात की और घटना की जानकारी ली। इस कायराना हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून की मार झेलनी पड़ेगी। स्थानीय प्रशासन तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहा है। ईश्वर मृतकों के प्रियजनों को यह दुख सहने की शक्ति दे। पीएम मोदी भी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। भारतीय सेना एक्शन में आ गई है। ड्रोन और हेलीकॉप्टर उतार दिए गए हैं।