Muslims वोटर्स जाएंगे कमला के साथ, यहूदी लॉबी ट्रंप के ज्यादा करीब, मीडिल ईस्ट का तनाव और अमेरिकी चुनाव दोनों की जड़ें आपस में नत्थी

By अभिनय आकाश | Aug 29, 2024

डोनाल्ड ट्रंप-जेडी वेंस और कमला हैरिस-टिम वाल्ज पूरी तरह चुनावी मोड में हैं। हालिया सर्वेक्षणों की माने तो अश्वेत 81 प्रतिशत कमला के साथ हैं और श्वेत 84 प्रतिशत ट्रंप के साथ। कमला और ट्रंप की टक्कर वाले सात राज्यों पेंसलवेनिया, मिशिगन विस्कॉन्सिन, एरिजोना, नेवाडा, नॉर्थ कैरोलाइना, जॉर्जिया में देखने को मिल रही है। कमला को सुनने के लिए गावों और छोटे कस्बों के लोग पहुंच रहे हैं। इसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस देश के हर वर्ग का समर्थन जुटाने में लगी हैं। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं हैरिस अपनी मेहनत को बढ़ाती जा रही हैं। गाजा जंग के बीच अमेरिका की पॉलिस से नाराज चल रहे अरब अमेरिकी वोटर्स से जुड़ने के लिए कमला हैरिस ने मिस्र मूल की एक वकील को अपने कैंपेन का हिस्सा बनाया है। मुस्लिम वोटर्स अमेरिका के कई राज्यों में निर्णायक भूमिका रखता है और इनका वोट 5 नवंबर को होने वाले चुनाव के नतीजों पर खासा असर डाल सकते है।

मिशिगन जैसे राज्यों को बदल देगा मुस्लिम बहुल समीकरण?

मुस्लिम और अरेबियन के वोच मिशिगन जैसे राज्यों के परिणाम तय करने में मदद कर सकते हैं जहां रिपबल्किन उम्मीदवार और वर्तामन उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के बीच कड़ी टक्कर नजर आ रही है। इसके अलावा इन राज्यों में गाजा युद्ध को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन भी हुए हैं। मिस्र की ब्रेंडा एबडेलल को गाजा में इजरायली आक्रमण को मिले अमेरिकी समर्थन से निराश अरब मतदाताओं को कमला के पाले में लाने की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले कमला के कैंपेन ने मुस्लिम अमेरिकीयों तक पहुंच बनाने के लिए अफगान अमेरिकी वकील नसीरीना बगर्जी को नियुक्त किया जा चुका है। कमला हैरिस डोनाल्ड ट्रंप के साथ कड़ी टक्कर में है। ऐसे में वो जीत के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं और देश के हर वर्ग तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं। 

2020 में बाइडेन की बजाए नोटा का दबाया था बटन

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को 2020 में अरब और मुस्लिम वोट बड़े पैमाने पर मिले थे। लेकिन गाजा में भारी संख्या में मौतों के बावजूद इजरायल के लिए समर्थन ने मुस्लिम समर्थन को निराश किया है। कमला हैरिस अगले हफ्ते मिशिगन का दौरा करने वाली हैं। यहां अमेरिका की सबसे बड़ी मुस्लिम और अरब अमेरिकन आबादी रहती है। मिशिगन राज्य में हुए प्राथमिक चुनाव में एक लाख से ज्यादा मतदाताओं ने बाइडेन की बजाए नोटा को वोट दिया है। ये भारत के नोटा से अलग होता है। बटन दबाने पर पार्टी को तो वोट जाता है लेकिन इससे ये पता चलता है कि ये उम्मीदवार वोटर को पसंद नहीं हैं। 21 जुलाई को जो बाइडेन अपनी उम्मीदवारी वापस ले चुके हैं। चुनाव के मंच से कमला हैरिस गाजा में सीजफायर के लिए चिंता जताती आई हैं। लेकिन उन्होंने इजरायल को दी जाने वाली सैन्य मदद को रोकने पर कोई कदम नहीं उठाया।

यहूदी लॉबी का सपोर्ट 

आम अमेरिकी यूक्रेन युद्ध और मध्यपूर्व एशिया में इजरायल फिलिस्तीन युद्ध के चलते ईरान के साथ एक तीसरे युद्ध की ओर देश को धकेलने को तैयार नहीं है। ट्रंप दावा कर रहे हैं कि जीतने पर वो तीसरे वर्ल्ड वॉर को नहीं होने देंगे। बेशक ट्रंप की इजरायल के प्रति विशेष अनुकंपा रही है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रिपब्लिकन बहुल प्रतिनिधि सभा में अमेरिकी सहयोग की अपील की। उन्होंने ट्रंप और कमला दोनों से मुलाकात की। हालांकि ट्रंप को उन्होंने इजरायल के ज्यादा करीब पाया। 

कमला हैरिस करने वाली हैं दौरा

मिशिगन के कई मानवाधिकार संगठनों ने ऐलान किया है कि वो कमला के दौरे पर उन्हें गाजा युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराएंगे। पिछले हफ्ते डेमोक्रेटिक कन्वेंशन के बाद फिलिस्तीनी समर्थकों ने कहा था कि कमला गाजा यथास्थिति में कोई भी बदलाव दिखाने में नाकाम रही हैं। हालांकि उनसे अमेरिकी चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार को वोट देने की उम्मीद कम है। लेकिन कुछ फिलिस्तीन समर्थनों ने एबंडन हैरिस जैसे अभियन चलाए हैं। 

निजी हमलों के ईर्द गिर्द घूम रहा चुनाव

अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे ही प्रचार की आक्रामकता की आड़ में निजी हमले भी और तीखे होते जा रहे हैं। शिकागो में डेमोक्रेटिक पार्टी के कन्वेंशन में राष्ट्रपति जो बाइडन ने रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डॉनल्ड ट्रंप को लूजर करार दे दिया। इसके साथ ही मिशेल ओबामा ने ट्रंप पर निशाना साधते हुए कहा कि ट्रंप वो हर कोशिश करते हैं, जिससे लोगों को डर लगे और इसके लिए वो भद्दे और स्त्री विरोधी हैं। ट्रंप पर आरोप लगते रहते हैं कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने डेमोक्रेट पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस पर कई बार तीखी निजी बयानबाजी की है। इसमें उनके रंग और उनकी नस्ल को लेकर भी तंज कसा जाना शामिल है। ट्रंप की पार्टी के कई नेताओं ने इसे लेकर नाराजगी भी जाहिर की थी। बाइडन के रेस से हटने के बाद बार मुकाबला डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस और डॉनल्ड ट्रंप के बीच है। लेकिन अब चुनाव उस मुहाने पर हैं जहां उम्मीदवार एक दूसरे पर तीखे निजी हमले करने में बाजी मार रहे हैं।

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