By अंकित सिंह | Aug 23, 2022
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को गया में थे। बोधगया में उन्होंने प्राचीन विष्णुपद मंदिर के गर्भगृह में पूजा अर्चना की थी। लेकिन उनके साथ अल्पसंख्यक मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी भी मौजूद रहे। इसी के बाद अब बिहार में नया बवाल मच गया है। विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं का प्रवेश वर्जित है। यह मंदिर के बाहर साफ अक्षरों में लिखा भी हुआ है। बावजूद इसके इसराइल मंसूरी प्रवेश कर गए। मंत्री नीतीश कुमार के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। वहीं, मंदिर प्रशासन भी इससे नाराज बताया जा रहा है। मंदिर प्रशासन की ओर से कहा गया है कि कोई मुस्लिम मंदिर में जानबूझकर प्रवेश कर गया। मंदिर प्रशासन की ओर से यह भी कहा गया है कि हमें उस वक्त जानकारी नहीं थी। हम चेहरे को पहचान नहीं सके। जो स्थानीय लोग थे, उन्हें रोकना चाहिए था।
मंदिर प्रशासन ने यह भी कह दिया है कि इससे सनातन धर्म और पंडा समाज को ठेस पहुंची है। जानबूझकर ऐसा करवाया गया है। जिसने भी गलत ही की है, उसे माफी मांगने चाहिए। अब इसी को लेकर भाजपा नीतीश कुमार पर हमलावर हो गई है। भाजपा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है। भाजपा नेता अरविंद कुमार सिंह ने साफ तौर पर कहा है कि अपनी कुर्सी बचाने के लिए नीतीश कुमार हिंदुओं की भावनाओं को कितना ठेस पहुंच जाएंगे। 17-18 साल मुख्यमंत्री रहने वाले नीतीश कुमार को क्या पता नहीं है कि विष्णुपद मंदिर में गैर हिंदुओं का जाना वर्जित है।
भाजपा विधायक और लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर रहने वाले हरी भूषण ठाकुर ने भी इस पर सवाल उठाया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि विधर्मियों ने मंदिर को अपमानित किया है। नीतीश कुमार ने हिंदुओं की भावनाओं को आहत किया है। मंदिर प्रशासन साफ तौर पर यह दावा कर रहा है कि नीतीश के साथ मुस्लिम मंत्री का मंदिर के अंदर आना कानून के खिलाफ है। आगे की कार्रवाई मंदिर प्रशासन के लोगों की एक बैठक के बाद की जाएगी। दूसरी ओर इसराइल मंसूरी का भी बयान सामने आ गया है। उन्होंने कहा है कि यह एक संयोग है कि मैं नीतीश कुमार के साथ गर्भ गृह में प्रवेश किया और मुझे पूजा करने का अवसर मिला।