By अभिनय आकाश | Feb 11, 2022
उत्तर प्रदेश में पहले चरण का मतदान हो चुका है और पश्चिमी यूपी के 58 सीटों पर उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। उत्तर प्रदेश चुनाव में समाजवादियों का गढ़ कहे जाने वाले मैनपुरी की चारों सीटों को जीतने के लिए समाजवादी पार्टी के नेताओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। उत्तर प्रदेश में साल 2017 के विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की एक सीट बीजेपी के खेमे में चली गई थी। लेकिन इस बार दोबारा से उस सीट पर कब्जा हासिल करने के लिए समाजवादियों ने अपनी पूरी ताकत लगा दी है। समाजवादी नेता जोर-शोर से चुनावी मैदान में उतर चुके हैं।
समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के भाई अभयराम सिंह यादव ने यूपी में आज तक कभी भी चुनावी प्रचार नहीं किया था। वे घर पर ही रहकर सादगी के साथ अपना जीवन यापन कर रहे थे लेकिन अखिलेश के मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर अब अभयराम भी चुनावी अखाड़े में कूद चुके हैं। अभ.राम अखिलेश के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं। मुलायम सिंह के छोटे भाई अभयराम यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव और भाई शिवपाल सिंह के लिए गांव-गांव में जाकर वोट मांग रहे हैं। बता दें कि अभयराम यादव पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव के पिता हैं।
अभयराम सिंह मुलायम सिंह से तीन साल छोटे हैं, लेकिन दिखने में बिल्कुल उनके जैसे ही हैं। वो सैफई गांव में एक साधारण किसान की जिंदगी जीते हैं। यादव परिवार से जहां मुलायम सिंह तो नेताजी के नाम से प्रसिद्ध हैं ही लेकिन उनके भाई शिवपाल यूपी सरकार से मंत्री रह चुके हैं और वर्तमान से जसवंत नगर से विधायक हैं। दूसरे भाई प्रोफसर रामगोपाल राज्यसभा सांसद हैं। लेकिन मुलायम सिंह के भाई अभयराम राजनीति से सदा कोसों दूर रहे। लेकिन इस बार के चुनाव में 78 साल की उम्र में भाई शिवपाल और भतीजे अखिलेश के लिए वोट मांगते दिख रहे हैं। अभयराम ने चुनावी बातचीत में अखिलेश यादव के यूपी टॉप होने की बात करते हैं। साथ ही अखिलेश को पूर्ण बहुमत से जिताने की अपील भी करते दिख रहे हैं।