By अंकित सिंह | Oct 05, 2024
मुडा मामले को लेकर कर्नाटक में राजनीतिक हलचल तेज है। विपक्ष कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का इस्तीफा मांग रहा है। इन सबके बीच सिद्धारमैया ने एक बार फिर से दोहरा दिया है कि वह विपक्षी दलों के झूठे आरोपों' के आधार पर अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि वह राज्य की जनता के सामने वास्तविक स्थिति रखेंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि यदि विपक्षी दल झूठे आरोपों के आधार पर मेरा इस्तीफा मांगते हैं, तो क्या मुझे इस्तीफा दे देना चाहिए? हम झूठे आरोपों का जवाब देंगे। हम लोगों को सच बताएंगे।
मुडा साइट आवंटन मामला सामने आने के बाद कांग्रेस के भीतर व्यस्त राजनीतिक गतिविधियों, जहां दलित और अनुसूचित जनजाति के नेता बैठक कर रहे थे, पर एक सवाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि लोग अनावश्यक रूप से अटकलें लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मंत्री चर्चा करेंगे लेकिन क्या आपको अटकलें लगानी चाहिए? जब राज्य के लोक निर्माण मंत्री सतीश जारकीहोली एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलते हैं या विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री एन एस बोसराजू किसी मंत्री से मिलते हैं तो लोग अटकलें लगाते हैं। पहले भी ऐसी बैठकें हुई हैं और अब भी हो रही हैं लेकिन ऐसी अटकलों को बल क्यों मिल रहा है?
लोकायुक्त अधिकारियों ने शुक्रवार को 14 एमयूडीए भूखंडों का निरीक्षण किया, जिन्हें मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की पत्नी पार्वती बी एम को कथित तौर पर अवैध रूप से आवंटित किया गया था। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मैसुरु शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ उन्होंने भूखंडों की माप ली। एमयूडीए मामले में शिकायतकर्ताओं में से एक सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा भी उपस्थित थे क्योंकि उन्हें भी लोकायुक्त ने बुलाया था। कृष्णा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे आज लोकायुक्त ने 14 भूखंडों के निरीक्षण के लिए बुलाया था।’’