By अंकित सिंह | Mar 01, 2023
मध्य प्रदेश सरकार ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 3.14 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया। चुनावी साल में शिवराज सिंह चौहान सरकार ने कई बड़े ऐलान भी किए है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण का बजट है। यह गरीब के कल्याण, मां, बहन और बेटी के उत्थान और किसानों की आय को बढ़ाने का बजट है। उन्होंने कहा कि यह अधोसंरचना विकास और जनकल्याण का बजट है। साथ ही साथ उन्होंने बताया कि महिलाओं का कल्याण हमारी प्राथमिकता है।
शिवराज ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना, प्रसूति सहायता, गाँव की बेटी योजना, कन्या विवाह सहित अन्य योजनाओं में ₹1 लाख 2 हजार 976 करोड़ महिला कल्याण पर खर्च किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि शासकीय स्कूलों में 12वीं में टॉप आने वाली बेटियों को मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना के अंतर्गत ई-स्कूटी प्रदान की जाएगी। किसानों तथा कृषि के लिए लगभग ₹53,964 करोड़ का प्रावधान इस बजट में किया गया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति/जनजाति, ओबीसी, विमुक्त, घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू समुदाय के लिए बजट में विशेष रूप से प्रावधान किया गया है। शिक्षा के लिए ₹38,375 करोड का प्रावधान किया गया है। खेलों का बजट इस बार तीन गुना बढ़ाकर ₹738 करोड़ किया गया है।
भाजपा नेता ने ऐलान किया कि रामपाइली में हेडगेवार संग्रहालय व ग्वालियर में अटल बिहारी वाजपेयी स्मारक बनाएंगे। उन्होंने कहा कि हमने लगभग ₹1000 करोड़ के सोशल इम्पैक्ट बॉण्ड जारी करने का निर्णय किया है। हर वर्ग के कल्याण को ध्यान में रखने वाला यह बजट आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में अभूतपूर्व योगदान देगा। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले साल से 17% ज्यादा का प्रावधान किया है। शिक्षा के लिए 38,375 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। शिवराज ने कहा कि खेलों का बजट इस बार तीन गुना बढ़ाकर 738 करोड़ रुपए किया गया है। राज्य के वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने जैसे ही बजट प्रस्तावों को पढ़ना शुरू किया, तो तरुण भनोट, विजय लक्ष्मी साधो और जीतू पटवारी सहित कांग्रेस सदस्यों ने एलपीजी मूल्य वृद्धि के मुद्दे पर सदन में हंगामा किया। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।