By सुयश भट्ट | Aug 24, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश में सरकार साहित्यकार तैयार करने में जुट गई है। सरकार सभी 52 जिलों में युवा साहित्य केंद्र खोलने जा रही है। इन केन्द्रों में युवाओं को साहित्य लेखन की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही इन युवा साहित्यकारों को वरिष्ठ साहित्यकारों साहित्य लेखन की ट्रेनिंग देंगे।
इसे भी पढ़ें:भोपाल सांसद का बयान, कहा - महंगाई कुछ और नही सिर्फ फोकट का प्रोपोगेंडा है,कांग्रेस ने कसा तंज
आपको बता दें कि साहित्य अकादमी के डायरेक्टर डॉ विकास दवे ने कहा कि स्वतंत्र समर के 75 साल पूरे होने पर नवाचार कर रहे हैं। वरिष्ठ रचनाकार और नवोदित रचनाकारों के बीच सेतु का काम कर रहे है। वहीं रचनाकारों के माध्यम से देश के नाम जीने वालों की पीढ़ी तैयार करना उद्देश्य है।
इस मामले में कांग्रेस ने सरकार पर आरएसएस के एजेंडे पर काम करने का आरोप लगाया। कांग्रेस का आरोप है कि सरकार शिक्षा और साहित्य का भगवाकरण कर रही है। नरेन्द्र सलूजा ने कहा कि इतिहास को अपने हिसाब से बनाएंगे।आरएसएस के एजेंडे के अनुसार चलाएंगे। आजादी की लड़ाई में इनका कोई योगदान नहीं है। अंग्रेजों की मुखबिरी करने वाले लोग हैं। बारीकी के नाम पर शिक्षा और साहित्य का भगवाकरण करेंगे।
इसे भी पढ़ें:साध्वी प्रज्ञा ने हबीबगंज स्टेशन का नाम बदलने का दिया सुझाव, कहा राज्यसभा में भेजा जाएगा प्रस्ताव
इस मुद्दे पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वामपंथियों की चाटुकारिता पर चलती है। इतिहास साहित्य नहीं होता है। साहित्य इतिहास नहीं होता है। किराए की बुद्धि वाली कांग्रेस को इसकी समझ नहीं है।