By अभिनय आकाश | Apr 02, 2025
1957 का साल संयुक्त राष्ट्र का मंच भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री वीके कृष्ण मेनन आठ घंटे से अधिक समय तक भाषण दिया था। इसके लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल किया गया था। ये तो सभी को पता है कि डोनाल्ड ट्रम्प बहुत अधिक बातें करते हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सार्वजनिक टिप्पणियों को टाइप करने में व्हाइट हाउस (राष्ट्रपति भवन) के स्टेनोग्राफर के पसीने छूटने की खबरें बीते दिनों हमने भी रिपोर्ट की थी। लेकिन अमेरिका में ट्रंप केक विरोध में एक सांसद ने लगातार 24 घंटे से ज्यादा समय तक बोलते हुए एक नया ही मानक स्थापित कर दिया है। इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति ट्रंप को जमकर खरी खोटी सुनाई है। न्यू जर्सी के डेमोक्रेटिक सीनेटर कोरी बुकर ने 25 घंटे और 5 मिनट तक चले मैराथन भाषण के साथ सीनेट के फ्लोर पर कब्जा कर लिया, जिसने चैंबर के इतिहास में सबसे लंबे समय तक लगातार सीनेट फ्लोर भाषण का रिकॉर्ड बनाया। बुकर के भाषण ने 1957 में दिवंगत सीनेटर स्ट्रोम थर्मंड द्वारा निर्धारित 24 घंटे और 18 मिनट के फिलिबस्टर को पीछे छोड़ दिया, जो नागरिक अधिकार कानून को रोकने का एक प्रयास था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रशासन की कार्रवाइयों के विरोध में बुकर ने सोमवार को शाम 6:59 बजे बोलना शुरू किया। बुकर ने जब तक वे शारीरिक रूप से सक्षम हैं, तब तक संयुक्त राज्य अमेरिका की सीनेट के सामान्य कामकाज को बाधित करने का इरादा जताया। उन्होंने मंगलवार रात 8:05 बजे मंच छोड़ा और लगभग सात दशकों से चले आ रहे रिकॉर्ड को तोड़ एक नया ही रिकॉर्ड कायम कर दिया। बुकर अपने ऐतिहासिक भाषण के दौरान अकेले नहीं थे। कई मौकों पर सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर, सीनेटर क्रिस मर्फी, सीनेटर एमी क्लोबुचर, सीनेटर माज़ी हिरोनो और सीनेटर डिक डर्बिन सहित उनके दर्जनों डेमोक्रेटिक सहयोगी सदन में उनके साथ शामिल हुए। कुछ लोगों ने उनके साथ लंबी बातचीत की, एक ऐसी रणनीति जिसने बुकर को सदन के पटल पर नियंत्रण बनाए रखते हुए अपनी आवाज़ को शांत रखने की अनुमति दी।
सदन के अल्पसंख्यक नेता हकीम जेफ्रीस और कांग्रेसनल ब्लैक कॉकस के सदस्यों सहित डेमोक्रेट भी सीनेट कक्ष में देखने आए। बुकर के चचेरे भाई और भाई, साथ ही डेमोक्रेटिक सहयोगी गैलरी से देख रहे थे। सीनेट के नियमों के अनुसार, किसी सीनेटर को सदन पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए लगातार खड़े होकर बोलना चाहिए। वे ब्रेक के लिए चैंबर से बाहर नहीं जा सकते या शौचालय का उपयोग नहीं कर सकते, और उन्हें पूरे समय खड़े रहना चाहिए। बुकर ने इन नियमों का सख्ती से पालन किया। उन्होंने अपने भाषण से पहले कई दिनों तक उपवास किया था और रात को तरल पदार्थ पीना बंद कर दिया था, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे यथासंभव लंबे समय तक बोल सकें। थरमंड के विपरीत, जिन्होंने कथित तौर पर 1957 में अपने फिलिबस्टर के दौरान बाथरूम ब्रेक लिया था, बुकर अपने पूरे भाषण के दौरान चैंबर में ही रहे।