By दिनेश शुक्ल | Nov 30, 2020
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम की बेटी तथा स्व. भगवतीलाल मालपानी की सुपुत्री एवं राजस्थान की प्रमुख राजनेता तथा राजसमंद की विधायक किरण माहेश्वरी का कोरोना से लड़ते हुए सोमवार को उदयपुर में निधन हो गया। उनके निधन से रतलाम में भी शोक व्याप्त हो गया। सभी को उनके निधन पर आश्चर्य हुआ। वे मृदुस्वभावी एवं मिलनसार थी।
श्रीमती किरण का विवाह उदयपुर के चाटर्ड अकाउंटेट सत्यनारायण माहेश्वरी से हुआ था। वे कार्यकर्ताओं में दीदी के रुप में जानी जाती थीं। वे उदयपुर की पहली महिला सभापति, उदयपुर की पूर्व सांसद, राजस्थान की पूर्व मंत्री भी रहीं। उन्होंने उदयपुर-अहमदाबाद ब्राडगेज के लिए भरपूर प्रयास किए, इसके लिए उनके नेतृत्व में 51 हजार पोस्टकार्ड तत्कालिन रेल मंत्री लालू यादव को सौंपे गए थे, बाद में उनके प्रयासों से सफलता भी मिली।
श्रीमती माहेश्वरी 1990 से 1992 तक उदयपुर जिला भाजपा महिला मोर्चे की महासचिव रहीं। 1992 में जम्मुकश्मीर के प्रदर्शन में भाग लिया तथा 6 दिसंबर को कार्यसेवा में भी शामिल हुईं। 1993-94 में उदयपुर देहात भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष रहीं। 1994 से 99 तक उदयपुर नगर परिषद की सभापति, 2000-2004 तक राजस्थान भाजपा महिला मोर्चे की अध्यक्ष, राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य, भाजपा प्रदेश महासचिव, 2004 से 2008 तक उदयपुर की सांसद, 2004 से 2007 तक भाजपा की राष्ट्रीय सचिव, 2007 में महिला मोर्चे की राष्ट्रीय अध्यक्ष रही। 2011 में भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव, 2008 में राजसमंद से विधायक, 2014 से 2018 तक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री रहीं तथा वर्तमान में राजसमंद से विधायक थीं। उनके निधन से सम्पूर्ण राजस्थान में भी शोक व्याप्त है। माहेश्वरी समाज रतलाम के अध्यक्ष शैलेन्द्र डागा तथा अन्य समाजजनों ने श्रीमती माहेश्वरी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।