By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 27, 2017
उज्जैन। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली नि:शक्त महिला पर्वतारोही अरूणिमा सिन्हा को महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जाने से रोक दिया गया क्योंकि उन्होंने ड्रेस कोड का पालन नहीं किया था। अरूणिमा ने आरोप लगाया था कि हाल ही में जब वह मंदिर गयीं तो उनकी नि:शक्तता का मजाक बनाया गया। इसके बाद राज्य की महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने मामले की जांच के आदेश दिये हैं।
राष्ट्रीय स्तर की इस पूर्व वॉलीबॉल खिलाड़ी ने कहा जब वह मंदिर गयी तो उन्हे माउंट एवरेस्ट की 8848 मीटर ऊंची चोटी चढ़ने से भी ‘‘अधिक दुख’’ हुआ। इस बीच, मंदिर के प्रशासक अवधेश शर्मा ने बताया, ‘‘मंदिर की परंपरा के अनुसार सुबह में भष्म आरती के समय साड़ी पहनने वाली महिलाओं तथा धोती पहनने वाले पुरूषों को गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति दी जाती है।'