By अनन्या मिश्रा | Mar 27, 2025
कंसीव करने के लिए सिर्फ इंटिमेट होना जरूरी नहीं होता है। बल्कि कंसीव करने के लिए सही समय इंटिमेट होना जरूरी है। जिसकी वजह से प्रेग्नेंट होने के चांसेज बढ़ सकते हैं। दरअसल, ज्यादातर महिलाओं को अपने ओव्युलेशन पीरियड और फर्टाइल डेज के बारे में नहीं पता होता है। अगर आपको बता हो किस समय प्रेग्नेंट होने के चांसेज अधिक होते हैं, तो आपको कंसीव करने में आसानी होगी। क्या आप जानते हैं कि हर महीने में 6 दिन ऐसे होते हैं, जब महिलाओं के प्रेग्नेंट होने के चांसेज अधिक होते हैं। ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको बताने जा रहे हैं कि ये 6 दिन कौन-कौन से होते हैं।
इन दिनों कंसीव करने के होते हैं ज्यादा चांसेज
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक अगर आप कंसीव करने की प्लानिंग कर रही हैं, तो इसके लिए जरूरी है कि आपको ओव्युलेशन साइकिल के बारे में पता होना चाहिए। अगर आपको ओव्यूलेशन साइकिल और मेंस्ट्रुअल पीरियड के बारे में जानकारी होगी तो आपको प्रेग्नेंट होने में आसानी होगी।
बता दें कि ओव्युलेशन पीरियड का वह समय होता है, जब महिलाओं की ओवरी में से एग रिलीज होता है। ऐसे में इस दौरान सेक्शुअल रिलेशन बनाने से प्रेग्नेंसी के चांसेज अधिक होते हैं।
डॉक्टरों की मानें तो ओव्युलेशन से पांच दिन पहले और ओव्युलेशन के दिन का यह समय होता है। वहीं उसके दो दिन बाद का समय भी कंसीव करने के लिए सही माना जाता है।
इस दौरान यदि स्पर्म एग से मिलता है, तो प्रेग्नेंट होने के चांसेज अधिक होते हैं। इसलिए जब भी कंसीव करने की कोशिश करें, तो आपको इस समय के बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए।
जिस दिन से पीरियड साइकिल शुरू होती है, उसी दिन से मेंस्ट्रुअल साइकिल काउंट की जाती है। आमतौर पर पीरियड्स 3-7 दिन के लिए रहते हैं। हालांकि हर महिला की पीरियड साइकिल अलग-अलग हो सकती है। वहीं मेंस्ट्रुअल साइकिल 26 से 35 दिन की हो सकती है। अगर आपको पीरियड 28वें दिन आता है, तो ओव्युलेशन 14वें दिन होगा। इस दौरान प्रेग्नेंट होने के अधिक चांस रहते हैं। इसलिए अपनी पीरियड साइकिल और ओव्युलेशन डे को समझकर कैलकुलेट करें।
कई महिलाओं को ओव्युलेशन के दौरान पेट में दर्द और ब्लोटिंग की समस्या होती है। इससे भी आप इसका अंदाजा लगा सकती हैं।