By विजयेन्दर शर्मा | Aug 01, 2021
शिमला।हिमाचल प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने आज सर्वदलीय बैठक के दौरान सता पक्ष तथा प्रतिपक्ष के सभी सदस्यों से सत्र के संचालन में रचनात्मक सहयोग देने की अपील की। आज विधान सभा सचिवालय में सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया जिसमें संसदीय कार्यमंत्री हिमाचल प्रदेश, सुरेश भारद्वाज, नेता प्रतिपक्ष, मुकेश अग्निहोत्री, विधान सभा उपाध्यक्ष, डॉ0 हंस राज, मुख्य सचेतक हिमाचल प्रदेश सरकार, बिक्रम सिंह जरयाल, उप मुख्य सचेतक, हिमाचल प्रदेश सरकार, श्रीमती कमलेश कुमारी तथा सी0 पी0 आई0 एम0 के नेता विधायक राकेश सिंघा मौजूद थे।
बैठक के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व0 वीरभद्र सिंह तथा पूर्व मुख्य सचेतक एवं विधायक स्व0 नरेन्द्र ब्रागटा की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर परमार ने कहा कि वह अपने दायित्व के बारे में पूरी तरह वाकिफ है तथा उनका सभी सदस्यों से अनुरोध रहेगा कि वे सत्र के संचालन में अपना भरपूर सहयोग दें व सदन के समय का सदुपयोग जनहित से जुड़े मुददों को उठाने के लिए करें। उन्होंने कहा कि लोक सभा तथा विधान सभा लोकतन्त्र के मन्दिर हैं और हि0 प्र0 विधान सभा की अपनी एक उच्च परम्परा तथा गरिमा है। उन्होंने सभी माननीय सदस्यों से अनुरोध किया कि वे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा में भाग लें तथा मंथन से हल निकालने का प्रयास करें।
हिमाचल प्रदेश की तेरहवीं विधान सभा का बारहवां सत्र 2 अगस्त से आरम्भ होने जा रहा है। यह मॉनसून सत्र 13 अगस्त तक चलेगा। इस सत्र में कुल 10 बैठकें आयोजित की जायेगी। 5 अगस्त तथा 12 अगस्त, 2021 वीरवार के दिन गैर सरकारी सदस्य कार्य दिवस के लिए निर्धारित किये गये हैं। विधानसभा अध्यक्ष विपन सिंह परमार ने बताया कि इस सत्र में सदस्यों ने अभी तक कुल 853 प्रशन भेजे हैं जिसमें तांराकित प्रश्नों की संख्या 618 है जिसमें 456 आनलाईन तथा 162 आफलाईन माध्यम से प्राप्त हुए हैं जबकि अतांराकित प्रश्नों की संख्या 235 है जिसमें 139 आनलाईन व 96 आफलाईन माध्यम से प्राप्त हुए हैं। इनमें से अधिकतर प्रश्न नियमानुसार सरकार को आगामी कार्रवाई हेतु प्रेषित किये गए है। इसके अतिरिक्त सदस्यों से नियम- 101 के अर्न्तगत चार सूचनायें तथा नियम-130 के अर्न्तगत 7 सूचनाएं प्राप्त हुई है उन्हें भी सरकार को आगामी कार्रवाई हेतु प्रेषित कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रश्नों से सम्बन्धित जो सूचनाएं सदस्यों से प्राप्त हुई है वह मुख्यतः कोरोना माहामारी, कोरोना काल में बेरोजगार हुए यूवाओं के लिए सरकार द्वारा किये गए उपायों, कोरोना पीड़ितों के लिए अस्पताल में की गई व्यवस्थाओं, सड़कों की दयनीय स्थिति, स्वीकृत सड़कों की डीपीआर प्रदेश में महाविद्यालयों, स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों इत्यादि का उन्नयन एवं विभिन्न विभागों में रिक्त पदों की पदपूर्ति, पर्यटन, उद्यान, पेयजल की आपूर्ति, आउटसोर्स कर्मचारियों के लिए निति निर्माण, बढ़ते अपराधिक मामलों व सौर ऊर्जा तथा परिवहन व्यवस्था पर आधारित है। इसके अतिरिक्त सदस्यों ने प्रश्नों के माध्यम से अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों से सम्बन्धित मुख्य मुद्दों को भी उजागर किया है। उन्होंने कहा कि सता पक्ष तथा प्रतिपक्ष के सदस्य जनहित से जुड़े मुद्दों को ही सदन में उटायें तथा हिमाचल प्रदेश विधान सभा की परम्पराओं तथा गरिमा का सम्मान करते हुए नियमों की परिधि में रहकर जनहित से सम्बन्धित विषयों पर सदन में सार्थक चर्चा करें तथा सत्र के संचालन में अपना रचनात्मक सहयोग दें। उन्होंने उम्मीद जताई कि सदस्य सदन के समय का सदुपयोग जनहित से जुड़े मुद्दों के समाधान हेतु करेंगे।