By निधि अविनाश | Mar 16, 2021
माता-पिता के कामकाज को ध्यान में रखते हुए अब मोंडेलेज़ इंडिया ने अपने कर्मचारियों द्वारा घर में नेनी (maid) की सेवाओं पर किए गए खर्चों का मुआवजा करने का निर्णय लिया है। बता दें कि यह निति, 6 महीने से 4 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए लागू है और इसमें वह पेरेंट्स भी शामिल है जिन्होंने पालन-पोषण या सरोगेसी का मार्ग चुना है। कोरोना महामारी चुनौतीपूर्ण समय रहा है, खासकर उन लोगों के लिए, जो हाल ही में पेरेंट्स बने है। कोरोना महमारी में ऑफिस के काम के साथ-साथ घर और बच्चें की देखभाल करना हर माता-पिता के लिए काफी कठिन साबित हुआ है। टीओआई की एक खबर के मुतबाकि, अभी तक किसी अन्य कंपनी ने विशेष रूप से नेनी सेवाओं के लिए कर्मचारियों को भुगतान करने की नीति की अलग से घोषणा नहीं की है।
टीओआई से बातचीत के दौरान मोंडेलेज इंडिया के एचआर निदेशक महालक्ष्मी आर ने कहा कि, “नए माता-पिता के लिए वर्क फॉर्म होम करना एक कठिन काम है, यह देखते हुए कि क्रेच हर जगह पर नहीं हैं। हमने 'नई माता-पिता नीति के तहत' क्रेच लाभ 'का विस्तार किया है, जिसमें' इन-हाउस मेड/ नेनी सेवाओं 'को शामिल करना है, जब तक कि भारत के आसपास के क्रेच फिर से चालू नहीं हो जाते। एक घर में नेनी को किराए पर लेने पर प्रति माह 12,000-15,000 रुपये खर्च हो सकता हैं। प्रोव्स के एक अध्ययन से पता चला हैं कि 53% कंपनियां WFH कर्मचारियों को लाभ प्रदान करने के लिए निकट-घर / पैन-सिटी डेकेयर का विस्तार कर रही हैं। यह 28% कंपनियों की तुलना में अधिक है।