By अभिनय आकाश | Nov 06, 2024
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जीत के करीब पहुंचते हुए चुनाव में मिल रहे जनादेश को अभूतपूर्व और शक्तिशाली’ करार दिया तथा अमेरिका के लिए स्वर्णिम युग लाने का वादा किया। ट्रंप की जीत तब तय हो गई जब मीडिया समूहों ने घोषणा की कि उन्होंने पेनसिल्वेनिया राज्य में जीत हासिल कर ली है, जहां 19 निर्वाचक मंडल वोट हैं। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि यह अमेरिका के लिए वाकई स्वर्णिम युग होगा। यह शानदार जीत है जो हमें अमेरिका को फिर से महान बनाने में मदद करेगी। इस दौरान पूर्व राष्ट्रपति के साथ उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप और परिवार के अन्य सदस्य भी थे। दुनियाभर के नेता ट्रंप को जीत की बधाई भी दे रहे हैं।
मोदी बोले- मिलकर अपने लोगों की भलाई के लिए काम करें
अमेरिकी चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप को बधाई दी। एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रंप को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। आपके पिछले कार्यकाल की उपलब्धियों की सफलता के क्रम में मैं भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने के लिए सहयोग को बढ़ाने के वास्ते उत्सुक हूं। आइए, मिलकर अपने लोगों की भलाई के लिए और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करें।
पाकिस्तान की तरफ से भी आया रिएक्शन
पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने एक्स पर लिखा, 'निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दूसरे कार्यकाल के लिए ऐतिहासिक जीत पर बधाई! मैं पाकिस्तान-अमेरिका संबंधों को और मजबूत और व्यापक बनाने के लिए आने वाले प्रशासन के साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।
इटली और ऑस्टेलिया से भी आई बधाई
इटती की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बानीजी ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम में डॉनल्ड ट्रंप की जीत के बाद उन्हें बधाई दी है। ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने एक्स पर लिखा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि दोनों देशों की साझेदारी मज़बूती से बनी रहे। मेलोनी ने लिखा, 'हमारे रणनीतिक संबंध और मजबूत होंगे।
रूस ने क्या कहा
ट्रम्प की अनुमानित जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए रूस ने उनके दावे को खारिज कर दियाय़ लेकिन कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि कोई भी राष्ट्रपति पद जीतेगा। हालाँकि, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर अमेरिकी नीति में कुछ भी बदलाव होता है और हमारे सामने कोई प्रस्ताव आता है, तो हम रूस के हितों से मेल खाने के संदर्भ में उनकी जांच करने के लिए तैयार होंगे। आम तौर पर हमारे देश के प्रति टकराव के संबंध में संयुक्त राज्य अमेरिका में उभरी दो-पक्षीय सहमति को देखते हुए, रूस के लिए इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि चुनाव परिणाम क्या होगा।