प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज केंद्रीय वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना। यह मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि आज ही जेटली ने एक पत्र लिखकर नयी सरकार में मंत्री बनने में असमर्थता जाहिर की थी। ऐसा माना जा रहा है कि अपने संकट मोचक रहे जेटली को मोदी एक बार फिर से अपनी कैबिनेट में शामिल होने के लिए कहा होगा। जेटली ने मोदी सरकार पार्ट 1 में सरकार का हर मामले में बचाव किया था। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा है कि मोदी ने मंत्रियों के नाम को लेकर भी जेटली से चर्चा की होगी।
जेटली ने केन्द्र में बनने वाली नई सरकार में अपनी भूमिका को लेकर पिछले कुछ दिनों से चल रही उहापोह को समाप्त कर दिया। उन्होंने खराब स्वास्थ्य के चलते नयी सरकार में मंत्री बनने से इनकार किया है। उन्होंने प्रधानमंत्री को भेजा गया अपना पत्र ट्विटर और फेसबुक पर भी डाला है।
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जेटली ने कहा कि हाल ही में संपन्न चुनाव में भाजपा को भारी बहुमत मिलने के तुरंत बाद उन्होंने अपनी अघोषित बीमारी का इलाज के लिये समय देने के बारे में मोदी को सूचित किया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे औपचारिक रूप से यह निवेदन करने के लिए लिख रहा हूं कि मुझे अपने लिये, अपनी चिकित्सा के लिये और अपने स्वास्थ्य के लिये कुछ समय चाहिए और इस कारण मुझे अभी नयी सरकार में कोई जिम्मेदारी न दी जाए।’’