By टीम प्रभासाक्षी | Jul 05, 2021
न्यूयॉर्क। अमेरिका ने 4 जुलाई को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाया है। इस खास मौके पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ ही वहां की जनता को भी शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी रणनीतिक साझेदारी का वास्तव में वैश्विक महत्व है। अब प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अमेरिका के खास मौके पर बधाई देने से चीन को कड़ा संदेश मिला है। दरअसल हाल ही में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने भी 100 साल पूरे किए थे लेकिन भारत की तरफ से आधिकारिक तौर पर कोई बधाई संदेश नहीं दिया गया।
PM मोदी ने बाइडेन को दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका के राष्ट्रपति और वहां की जनता को शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट में लिखा संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और लोगों को उनके 245वें स्वतंत्रता दिवस पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। जीवंत लोकतंत्र के रूप में, भारत और अमेरिका स्वतंत्रता और स्वतंत्रता के मूल्यों को साझा करते हैं। हमारी रणनीतिक साझेदारी का वास्तव में वैश्विक महत्व है।
अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देकर प्रधानमंत्री चीन को कड़ा संदेश देने को कोशिश की है। ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने 100 साल पूरे किए हैं लेकिन भारत की तरफ से कोई बधाई नहीं दी गई। एक रिपोर्ट के अनुसार सीताराम येचुरी ने ही भारत की तरफ से चीन राष्ट्रपति जिनपिंग को बधाई संदेश लिखा है।
आपको बता दें कि भारत और चीन का सीमा विवाद किसी से छुपा नहीं है। पिछले साल जून से ही चीन और भारत के बीच एलएसी पर विवाद जारी है। इस मसले को लेकर कई दौर की बातचीत भी की जा चुकी हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला है। साल 2020 में जून में गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में देश के 20 जवान शहीद हो गए थे। हालांकि भारतीय सैनिकों ने चीन के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है। ऐसे में अब यह देखना होगा कि भारत के इस संदेश को चीन किस तरह से लेता है।