By अंकित सिंह | Jun 09, 2022
केंद्र सरकार लगातार इस बात का दावा करती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में किसानों की आय में वृद्धि हुई है। इसके लिए मोदी सरकार की ओर से कई बड़े निर्णय लिए गए हैं। हाल में ही खरीफ की फसलों पर एमएसपी में वृद्धि की गई है। इन सब के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का भी बयान सामने आया है। नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ तौर पर दावा किया है कि मोदी सरकार ने स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि इसी कारण अब फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि की जा रही है। कृषि मंत्री के मुताबिक बंपर पैदावार भी हो रही है और लगातार सरकार की खरीद भी बढ़ रही है। इस दौरान नरेंद्र सिंह तोमर ने पूर्व की यूपीए सरकार के ऊपर भी कई बड़े आरोप लगा दी।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि जब 10 साल तक कि यूपीए की सरकार थी और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे। उस समय स्वामीनाथन कमेटी ने उन्हें एमएसपी बढ़ाने की सिफारिश से की थी। लेकिन 10 सालों तक कांग्रेस की सरकार उसे दबा कर बैठी रही। इसके साथ ही तोमर ने कहा कि अगर उनके मन में किसानों का हित होता तो वह 10 साल में स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशों को मान सकते थे। तोमर के दावे के बाद एक बार फिर से किसानों को लेकर विपक्ष और सरकार आमने-सामने हो सकती है। वहीं, कांग्रेस ने आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) द्वारा खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्धि को मंजूरी दिए जाने के बाद इसे किसानों के साथ ‘विश्वासघात’ करार देते हुए दावा किया कि सरकार अन्नदाताओं की उपज को समर्थन मूल्य पर नहीं खरीद रही है।
आपको बता दें कि सरकार ने बुधवार को फसल वर्ष 2022-23 के लिए खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में 4-9 प्रतिशत की वृद्धि की थी, जहां धान का एमएसपी 100 रुपये बढ़ाकर 2,040 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है। सरकार का यह कदम, धान के रकबे में वृद्धि करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने और उनकी आय बढ़ाने के ध्येय से प्रेरित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने फसल वर्ष 2022-23 के लिए सभी तयशुदा 14 खरीफ (गर्मी) फसलों के लिए एमएसपी में वृद्धि को मंजूरी दी है। मंत्रिमंडल के फैसले के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ट्वीट किया, ‘‘खरीफ फसलों के एमएसपी में 92 रुपये से 523 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है और इससे किसानों को उत्पादन लागत पर 50-85 प्रतिशत का मुनाफा मिलेगा।’’