By अभिनय आकाश | Aug 02, 2022
लोकसभा में महंगाई पर चर्चा हुई तो कई मसले उठे। एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने इस मामले को जोरदार तरीके से उठाया। दत्त दत्त दत्ता की गाय, गाय का दूध... सुप्रिया सुले ने इस मराठी कविता का पाठ करते हुए लोकसभा में केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है। मराठी कविता पढ़ते हुए सुप्रिया सुले ने कहा कि केंद्र सरकार ने दत्तागुरु और गाय को छोड़कर बीच में हर चीज पर जीएसटी लगाया है। सुप्रिया सुले ने अपने भाषण में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज को भी याद किया। उन्होंने कहा कि सुषमा जी कहा करती थीं कि आम आदमी को आंकड़ों की भाषा समझ नहीं आती है। वो समझते हैं तो बस ये कि उनकी जेब से कितना पैसा निकल रहा है।
क्या कहा सुप्रिया सुले ने?
लोकसभा में एनसीपी सांसद ने कहा कि हमारी जेब से जो निकलता है और बदले में हमें जो मिलता है, वह भाषा जिसे आम लोग समझते हैं। आइए आपको बताते हैं कि मोदी सरकार ने किस तरह से किस पर जीएसटी लगाया है। आज मैं मराठी में एक कविता पढ़ूंगी। दत्ता दत्ता, दत्ता की गाय, गाय का दूध, दूध का दही, दही की छाछ, छाछ का मक्खन, मक्खन का घी। हम इस कविता को सुनते हुए बड़े हुए हैं। मोदी सरकार ने दत्तागुरु भगवान और गाय को छोड़कर उन सभी पर जीएसटी लगा दिया है। सौभाग्य से भगवान पर जीएसटी नहीं लगाया जाता है। सुप्रिया सुले ने बताया कि केंद्र सरकार ने लगभग सभी आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी लगा दिया है। साथ ही सुप्रिया सुले ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि 60 साल में कुछ नहीं हुआ। आप 60 साल की ओर इशारा करते हैं। लेकिन आठ साल बहुत लंबा है।