By अभिनय आकाश | May 17, 2022
वैसे तो अकबर, औरंगजेब के परदादा थे लेकिन असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई और एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन जब औरंगाबाद पहुंचे तो उन्होंने औरंगजेब की कब्र पर सिर झुका लिया। फूल चढ़ाएं और फातिहा भी पढ़ा। लेकिन छोटे ओवैसी के इस कदम को लेकर अब सियासत गर्म हो गई है। एक तरफ जहां महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि औरंगजेब की पहचान पर कुत्ता भी पेशाब नहीं करेगा। इसके अलावा देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर भी निशाना साधा। अब राज ठाकरे की पार्टी महराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने भी औरंगजेब की कब्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मनसे की तरफ से औरंगजेब की कब्र को जमींदोज करने की मांग की गई है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण से ना के प्रवक्ता गजानन काले ने एक ट्वीट में लिखा कि शिवाजी की भूमि पर औरंगजेबी के कब्र की क्या जरूरत है? जमींदोज किया जाए ताकि इनकी औलादें यहां माथा टेकने नहीं आएंगी। इसके साथ ही मनसे नेता ने शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे का जिक्र करते हुए कहा कि माननीय बाल ठाकरे ने भी ये कहा था, बाला साहेब की बातों आप सुनेंगे की नहीं। आप औरंगाबाद का नाम बदलने की मांग पर पहले ही पलटी मार चुके हैं मामू'। बता दें कि एक रैली में उद्धव दारा राज ठाकरे की तुलना मुन्ना भाई से करने और दिमाग में केमिकल लोचा होने की बात कहे जाने के बाद से मनसे के लोग उद्धव को मामू कहकर बुलाते हैं।
गौरतलब है कि काशी के ज्ञानवापी का मामला गरमाया, मस्जिद के सर्वे पर कोर्ट का फैसला आया। जिसके बाद अचानक हैदराबाद के ओवैसी भाई जान का औरंगजेब प्रेम सामने आया। छोटे ओवैसी औरंगजेब की मजार पर फातिहा पढ़ने चल दिए। औरंगाबाद दौरे के बाद महाराष्ट्र नव निर्माण सेना के नेता गजानन काले ने ओवैसी के मकबरे की यात्रा पर आपत्ति जताई और कहा कि महाराष्ट्र सरकार को औरंगजेब की कब्र पर जाने के लिए ओवैसी के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। कार्रवाई नहीं हुई तो मनसे कार्रवाई करेगी।