देश में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए सरकार ने लॉकडाउन लागू कर दिया था जिसके बाद शहर में रह रहे कई प्रवासी मजदूर अपने गांव की ओर या तो पैदल नहीं तो धक्के खाते हुए घर वापस लौट गए थे। लेकिन देश की आर्थिक स्थिति को देखते हुए अनलॉक शुरू हो गया है जिससे रोजमर्रा की गतिविधियां भी तेज हो गई है। इसके कारण अब मजदूरों की डिमांड भी काफी तेजी से बढ़ रही है। हालत ऐसी हो गई है कि अब इन मजदूरों को वापस शहर में कार और फ्लाइट से बुलाने का ऑफर दिया जा रहा है। जिस कोरोना लॉकडाउन के दौरान इन मजदूरों को धक्के खाते हुए अपने घर की ओर लौटना पड़ा था आज उन्हीं मजदूरों को वापस शहर बुलाने के लिए फ्लाइट की टिकट ऑफर किए जा रहे है।
लॉकडाउन के चलते गांव चले गए सभी मजदूरों को वापस बुलाने के लिए बिल्डर फ्लाइट की टिकट दे रहे हैं। हालांकि, यह ऑफर सिर्फ उन मजदूरों को दिए जा रहे है जो साइट सुपरवाइसर या अन्य प्रमुख पदों पर काम कर रहे है। अन्य कर्मचारियों को ट्रेन रद्द होने के कारण सड़क परिवहन यानि की कार से वापस शहर बुलाया जा रहा है। रौनक ग्रुप के राजन बांदेकर ने बताया कि उन्होंने अपने 10-12 कर्मचारियों को फ्लाइट से बुलाया है और बाकि अन्य लोगों को कार से बुलाया जा रहा है। बता दें कि इस दौरान सरकरा ने हवाई किराए को नियंत्रत कर रखा है, जिससे कुछ राहत मिली है। बिल्डर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आनंद गुप्ता के मुताबिक कई मजदूरों को कार का खर्च देकर वापस शहर बुलाया जा रहा है। इस दौरान करीब 150 मजदूर वापस शहर आए है। कई अन्य बिल्डर भी अपने मजदूरों को वापस बुलाने के लिए कई तमाम मदद करने का दावा कर रहे है। हालांकि, कई मजदूर इस दौरान ईद और रक्षाबंधन त्योहार मनाकर ही वापस शहर लौट सकते है।