By अभिनय आकाश | Nov 08, 2021
तमाम ग्रह सूरज का चक्कर लगा रहे हैं और दुनिया सूरज की रोशनी से जगमगा रही है। लेकिन चीन पिछले कई सालों से एक और सूरज बनाने में लगा है। चीन चाहता है कि जितनी एनर्जी सूरज में है वो उसे नकली सूरज बनाकर हासिल कर सके। चीन के वैज्ञानिक इस काम में जुटे हैं। चीन ये दावा करता है कि दुनिया के लिए दूसरा सूरज तैयार किया जा चुका है। नकली सूरज बनाने के दावे के साथ दुनियाभर में अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश में लगा चीन चिप संकट से बेहाल है। चिप की कमी से चीन की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लग रहा है। जिसका चिप की कमी का असर सीधे-सीधे उसके ऑटोमोबाइल सेक्टर पर पड़ा है और अक्टूबर के महीने में वाहनों की ब्रिकी में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है।
तमाम बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां समस्या से जूझ रही
ऐसा नहीं है कि चीन ही केवल इस समस्या से जूझ रहा है। विश्व की तमाम बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियां सेमी कंडक्टर की कमी की समस्या से दो-चार हो रही है। भारत में त्योहारों के मौसम होने के बावजूद अक्टूबर के महीने में वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट देखने को मिली है। अक्टूबर महीने में मारुति सुजुकी की सालाना आधार पर बिक्री 33 फीसदी घटी। वहीं हुंडई की बिक्री में 35 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। चिप का बड़ा प्रोडक्शन ताइवान में किया जा रहा है। इसी वजह से दुनिया की ज्यादातर कंपनियां ताइवान पर निर्भर हैं।
चिप का क्या है इस्तेमाल
चिप एक डिवाइस है, जिसका इस्तेमाल डाटा रखने में होता है। इंफोटेनमेंट सिस्टम, पावर स्टीयरिंग और ब्रेक को ऑपरेट करने के लिए सेमीकंडक्टर चिप्स का इस्तेमाल होता है। नए वाहनों के लिए यह चिप बेहद जरूरी है। चीन में अक्टूबर महीने में वाहनों की बिक्री तेजी से घटी है। तमाम विदेशी कार कंपनियों के लिए चीन एक बड़ा बाजार माना जाता है। खासकर होंडा, निसान और टोयोटा कंपनी चीन में लाखों गाड़ियां बेचती हैं। लेकिन अक्टूबर में सब की बिक्री लुढ़की है।