पीएनबी घोटाले का आरोपी मेहुल चोकसी की एंटीगुआ की नागरिकता को रद्द किया जाएगा। एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन ने भारत से बड़े पैमाने पर राजनयिक दबाव के बाद भगोड़े मेहुल चोकसी की नागरिकता को रद्द करने पर अपनी सहमति व्यक्त कर दी है। इसी के साथ ही यह साफ हो गया कि बहुत जल्द उसे भारत वापस लाया जा सकेगा।
बता दें कि पीएनबी घोटाले के तहत नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हजार करोड़ रुपये के गबन का आरोप था। यह मामला 2018 में सामने आया था और तभी से ही मोदी सरकार विपक्ष के निशाने पर है।
मेहुल चोकसी को भारत के हवाले किया जा सकता हैः एंटीगुआ के प्रधानमंत्री
करैबियायी देश एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउनी ने कहा है कि भारतीय बैंक के साथ धोखाधड़ी के मामले में फरार मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द की जा सकती है। इसके बाद इस बात की संभावना बढ़ गयी है कि उसे भारतीय अधिकारियों के हवाले किया जा सकता है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) एवं सीबीआई को चोकसी (60) और उसके भांजे नीरव मोदी की पंजाब नेशनल बैंक को 13,400 करोड़ रुपये का कथित रूप से चूना लगाने के मामले की जांच में पूछताछ की जरूरत है। नीरव इस समय लंदन की जेल में है। एंटीगुआ ऑब्जर्वर की खबर में प्रधानमंत्री ब्राउनी के हवाले से कहा गया है, उसकी नागरिकता के आवेदन की जांच की गयी थी; उसे नागरिकता मिल गयी है लेकिन उसे रद्द किया जाएगा एवं उसे वापस भारत भेजा जाएगा; (पर) इसका एक रास्ता है। ऐसा नहीं है कि हम वित्तीय अपराधों में लिप्त अपराधियों को पनाहगाह उपलब्ध करा रहे हैं।