By अंकित सिंह | Sep 24, 2022
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती लगातार पाकिस्तान की पैरवी करती रहती हैं। एक बार फिर से उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की बातों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि जम्मू कश्मीर को लेकर पाकिस्तान के साथ बातचीत की जानी चाहिए। महबूबा मुफ्ती का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र में जम्मू कश्मीर के मसले को उठाया है। महबूबा मुफ्ती ने साफ तौर पर कहा है कि जिस तरीके से अटल बिहारी वाजपेयी के दौर में दोनों देशों के बीच बातचीत की गई, वैसे ही अगर वर्तमान में दोनों देश बातचीत करके जम्मू कश्मीर का हल निकालेंगे तो अच्छा होगा। महबूबा ने जम्मू कश्मीर के मसले को जटिल बताते हुए कहा कि इसे जेल में तब्दील कर दिया गया है।
अपने बयान में महबूबा मुफ्ती ने कहा कि अगर पाकिस्तान के PM ने जम्मू-कश्मीर के मसले को हल करने और दोनों देशों के रिश्तों को अच्छा करने की बात कही तो यह होना चाहिए। जैसे वाजपेयी जी के समय दोनों देशों ने बैठकर बात की थी वैसे ही दोनों देश जम्मू-कश्मीर का हल निकालें तो यह देश के लिए भी अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि यहां अब आए दिन मुठभेड़ होती रहती है। इस मसले को सुलझाना जरूरी हो गया है। आपको बता दें कि शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महारासभा को संबोधित करते कहा था कि पाकिस्तान भारत के साथ शांति चाहता है, लेकिन शांति तभी ‘सुनिश्चित हो सकती है और उसकी गांरटी तभी’ हो सकती है, जब संयुक्त राष्ट्र घोषणापत्र और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव के तहत कश्मीर मुद्दे का समाधान हो।
भारत का करारा जवाब
भारत ने पाक पीएम को करारा जवाब देते हुए कहा कि जो देश अपने पड़ोसियों के साथ शांति की चाह रखने का दावा करता है, वह कभी सीमा पार आतंकवाद को प्रायोजित नहीं करेगा और मुंबई में 26/11 को हुए भयावह हमलों के साजिशकर्ताओं को पनाह नहीं देगा। भारत ने साफ तौर पर कहा कि शरीफ ने यह आरोप लगाया है, ताकि वह अपने देश के गलत कृत्यों को छिपा सकें और भारत के खिलाफ उठाए गए कदमों को न्यायोचित ठहरा सकें, जिन्हें दुनिया अस्वीकार्य मानती है।