By अंकित सिंह | May 29, 2022
पीडीपी प्रमुख और जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर निसाना साधा है। नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने दावा किया कि कश्मीर में केंद्र सरकार की नीति विफल हो गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार गुप्कर गठबंधन से डरती है, क्योंकि अगर हम साथ आए तो घाटी में उनकी भयावह योजना विफल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि कश्मीर में केंद्र की नीति विफल हो गई है और उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी और मुफ्ती मोहम्मद सईद की नीति पर वापस आना होगा।
जमीयत-उलेमा-ए हिंद के समान नागरिक संहिता के ख़िलाफ़ प्रस्ताव पारित करने पर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने अपनी बात रखी है और जिस समय मुल्क में हालात बिगड़ रहे हैं, मस्जिदों पर सवाल उठाए जा रहे हैं, तो ऐसे में हमारे कौम के लोग इकट्ठे होकर बात करेंगे तो अच्छी बात है। गौरतलब है कि जमीयत उलमा-ए-हिंद ने "संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने और एक समान नागरिक संहिता लागू करने के प्रयासों" पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रस्ताव पारित किया।
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने भारत और पाकिस्तान की न्यायपालिकाओं की तुलना करते हुए कहा कि पड़ोसी देश में जहां पीट-पीटकर हत्या (लिंचिंग) के एक मामले में छह लोगों को मौत की सजा सुनाई गई, वहीं भारत में इसी अपराध के आरोपी लोगों को जमानत पर रिहा कर दिया गया और उनका अभिनंदन किया गया। इसके साथ ही महबूबा मुफ्ती ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया था कि उसने कश्मीरी पंडितों की स्थिति का केवल फायदा उठाया है और वह उनके कल्याण के लिए कुछ नहीं कर रही है। महबूबा ने कहा था कि भाजपा ने कश्मीरी पंडितों का केवल शोषण किया है।