By अंकित सिंह | May 10, 2022
देश में इस वक्त ताजमहल को लेकर भी नया विवाद सामने आ गया है। हिंदू संगठनों के कुछ लोगों की ओर से ताजमहल के कई कमरे खुलवाने की मांग हो रही है और इसके लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। इसको लेकर अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती का भी बयान सामने आ गया है। महबूबा मुफ्ती ने साफ तौर पर कहा कि लोगों का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे मुद्दे को उठाया जा रहा है। ताजमहल विवाद पर अपनी बात को रखते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि और ताजमहल की बात की जा रही है। मुगलों के वक्त की मस्जिदें और ताजमहल के पीछे पड़ने से कुछ नहीं होगा। अगर दम है तो लाल किला और ताज महल बनवा कर दिखाओ। फिर देखते हैं इस कितने लोग देश में देखने आते हैं।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इसलिए ध्यान भटकाने के लिए लोगों को मुसलमानों के पीछे भेजा जा रहा है। इसमें मस्जिद, ताजमहल और अन्य शामिल हैं। देश को लूट कर भागे लोगों से पैसे वापस लेने के बजाय मुगल काल में बनी संपत्तियों को लूटना चाहते हैं। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने साफ तौर पर आरोप लगाया कि भाजपा सरकार लोगों को रोजगार नहीं दे पा रही है इसलिए उनका ध्यान भटकाने के लिए मुसलमानों के पीछे उन्हें लगाया जा रहा है। मुफ्ती ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा सरकार लोगों को रोजगार देने में असमर्थ है। महंगाई बढ़ रही है और देश की संपत्ति बिक रही है। गरीबी के मामले में हमारा देश बांग्लादेश, पाकिस्तान और नेपाल से भी पीछे है। उनके पास लोगों को देने के लिए कुछ नहीं है।
बुलडोजर पर बयान
महबुबा मुफ्ती ने कहा कि एक समय था जब धर्म का दुरुपयोग करके हमारा पड़ोसी देश तबाह हो गया था। आज तक वे इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। उन्होंने धर्म के नाम पर लोगों को बंदूके दी थी। इसके बाद महबूबा मुफ्ती ने अपने बयान में यह भी कहा कि आज हमारे देश में भी यही हो रहा है। धर्म के नाम पर बुलडोजर को इस्तेमाल हो रहा है और लोगों को तलवारें दी जा रही हैं।