By अभिनय आकाश | Jan 19, 2023
आगामी मेघालय विधानसभा चुनाव के तहत 27 फरवरी को पूर्वोत्तर के इस राज्य में मतदान होगा जबकि मतगणना दो मार्च को होगी। मेघालय विधानसभा चुनाव की चुनाव आयोग की घोषणा का भाजपा को छोड़कर राज्य के अधिकांश राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है। सत्तारूढ़ गठबंधन सहयोगी यूडीपी और विपक्षी टीएमसी और कांग्रेस ने चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत किया और कहा कि वे चुनावी लड़ाई के लिए तैयार हैं। हालांकि, मेघालय भाजपा तारीख की घोषणा और चुनाव के आयोजन के बीच लंबे समय के अंतराल पर कहा कि यह "प्रमुख दलों को मतदाताओं को प्रभावित करने का पर्याप्त अवसर देगा। तारीख की घोषणा और चुनाव के बीच लंबे अंतराल को लेकर कहा कि यह प्रमुख दलों को मतदाताओं को प्रभावित करने का पर्याप्त अवसर देगा।
चुनाव आयोग ने 27 फरवरी को मतदान और दो मार्च को मतगणना की तारीख घोषित की है। चुनाव की अधिसूचना 31 जनवरी को जारी की जाएगी। राज्य भाजपा अध्यक्ष अर्नेस्ट मावरी ने कहा कि हम परेशान हैं कि चुनाव करीब डेढ़ महीने बाद होगा। यह सत्तारूढ़ गठबंधन दलों को मतदाताओं को प्रभावित करने का पर्याप्त अवसर देगा। मावरी ने दावा किया कि भाजपा चुनाव लड़ने के लिए तैयार है और अब तक 40 से अधिक सीटों के उम्मीदवारों ने टिकट के लिए पार्टी से संपर्क किया है। बीजेपी एनपीपी के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस का हिस्सा है और उसने किसी भी राजनीतिक दल के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं किया है। उन्होंने कहा, 'हम किसी चुनाव पूर्व गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं। हम अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे और आराम से 10-15 सीटें जीत लेंगे। यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (UDP) के महासचिव जेमिनो मावथोह ने चुनाव आयोग की घोषणा का स्वागत किया और कहा, "यह हमें चुनाव के लिए खुद को तैयार करने का पर्याप्त अवसर देता है।" उन्होंने कहा कि दिन के दौरान विधानसभा छोड़ने वाले पीएचई मंत्री रेनिकटन तोंगखर सहित सभी पांच विधायक यूडीपी में शामिल हो गए हैं।
वर्तमान में मेघालय में नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) की अगुवाई में यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी), पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा हिल स्टेट पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (एचएसपीडीपी) की गठबंधन सरकार है और कोनराड संगमा इसका नेतृत्व कर रहे हैं। हालांकि, आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अभी तक किसी भी राजनीतिक दल ने गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है। इस बार के चुनाव में एनपीपी और भाजपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ने की घोषणा की है।