By अभिनय आकाश | Jun 13, 2022
नुपुर शर्मा के बयान को लेकर उपजे विवाद को लेकर सियासी संग्राम जारी है। प्रयागराज समेत कई शहरों में नुपुर शर्मा के बयान के विरोध में प्रदर्शन हुए। इस दौरान हिंसा का दौर भी देखने को मिला। यूपी में शुक्रवार के बवाल के बाद 13 एफआआईआर दर्ज की गई है। पुलिस फोटो और वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर रही है। प्रयागराज में 10 जून को हुई हिंसा मामले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे जावेद मोहम्मद उर्फ जावेद पंप के घर रविवार को बुलडोजर चलाया गया। अटाला इलाके में हिंसा के मुख्य आरोपी के घर को गिराने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। लेकिन इसको लेकर अब सियासी पार्टियां भी खुलकर इस कार्रवाई के विरोध में उतरने लगी हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस कार्रवाई को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। मायावती ने ट्वीट करते हुए लिखा कि यूपी सरकार एक समुदाय विशेष को टारगेट करके बुलडोजर विध्वंस व अन्य द्वेषपूर्ण आक्रामक कार्रवाई कर विरोध को कुचलने एवं भय व आतंक का जो माहौल बना रही है यह अनुचित व अन्यायपूर्ण। घरों को ध्वस्त करके पूरे परिवार को टारगेट करने की दोषपूर्ण कार्रवाई का कोर्ट जरूर संज्ञान ले। जबकि समस्या की मूल जड़ नूपुर शर्मा व नवीन जिन्दल हैं जिनके कारण देश का मान-सम्मान प्रभावित हुआ व हिंसा भड़की, उनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं करके सरकार द्वारा कानून के राज का उपहास क्यों? दोनों आरोपियों को अभी तक जेल नहीं भेजना घोर पक्षपात व दुर्भाग्यपूर्ण। तत्काल गिरफ्तारी जरूरी।
मायावती ने कहा कि सरकार द्वारा नियम-कानून को ताक पर रखकर आपाधापी में किए जा रहे बुलडोजर विध्वंसक कार्रवाईयों में न केवल बेगुनाह परिवार पिस रहे हैं बल्कि निर्दोषों के घर भी ढह दिए जा रहे हैं। इसी क्रम में पीएम आवास योजना के मकान को भी ध्वस्त कर देना काफी चर्चा में रहा, ऐसी ज्यादती क्यों?