By अंकित सिंह | Aug 02, 2023
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को कहा कि राज्य को बजरंग दल नेता मोनू मानेसर के बारे में कोई जानकारी नहीं है। दावा किया जा रहा है कि मोनू मानेसर ने ही सोमवार की हिंसा के लिए लोगों को उकसाया था जिससे राज्य भर में सांप्रदायिक झड़पें हुईं और छह लोगों की जान चली गई। मोनू मानेसर के बारे में बोलते हुए सीएम ने कहा, 'मोनू मानेसर के खिलाफ राजस्थान में मामला दर्ज किया गया है। राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है, हरियाणा सरकार इस मामले में राजस्थान पुलिस का सहयोग करेगी।'
अपने बयान में खट्टर ने कहा कि मैंने राजस्थान सरकार से कहा है कि अगर उन्हें उसका पता लगाने के लिए मदद की जरूरत है तो हम मदद करने के लिए तैयार हैं। अब राजस्थान पुलिस उसकी तलाश कर रही है। हमारे पास उसके ठिकाने के बारे में कोई इनपुट नहीं है। उनके पास है या नहीं, हम कैसे कह सकते हैं? यह कहते हुए कि "किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा", हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि नूंह हिंसा के पीड़ितों के लिए "न्याय" सुनिश्चित किया जाएगा। हरियाणा के सीएम एमएल खट्टर एक पुराने मामले में राजस्थान सरकार द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के बारे में बात कर रहे थे। इसका नूंह में हुई हिंसा से कोई संबंध नहीं है।
मोनू मानेसर ने भिवानी दोहरे हत्याकांड में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है, जिसमें दो मुस्लिम पशु व्यापारियों की हत्या कर दी गई थी और हाल ही में हरियाणा के नूंह मेवात जिले में एक जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक झड़पों के केंद्र में उसका नाम सामने आने के बाद हुई सांप्रदायिक हिंसा में भी मोनू मानेसर ने अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। बजरंग दल के गौरक्षक विंग के प्रमुख मानेसर ने दावा किया है कि वह सोमवार को हरियाणा के नूंह मेवात में धार्मिक जुलूस में मौजूद नहीं थे और निश्चित रूप से उन्होंने कोई "घृणास्पद भाषण" नहीं दिया, जिससे हिंसक सांप्रदायिक झड़पें हो सकती थीं।मानेसर ने कहा, ''मुझे पूरा विश्वास है कि राजस्थान पुलिस भिवानी दोहरे हत्याकांड की स्पष्ट जांच करेगी। मैंने पहले ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से वीडियो साझा कर दावा किया था कि मैं भिवानी हत्याओं में शामिल नहीं था।