By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 15, 2022
चंडीगढ़ । पंजाब महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी भाजपा में शामिल हो गई हैं। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व भाजपा महिला मोर्चा की प्रधान मोना जायसवाल ने मनीषा को पार्टी में शामिल करवाया। मनीषा गुलाटी के भाजपा ज्वाइन करने की अटकलें काफी दिन से चल रही थीं। गुलाटी कैप्टन अमरिंदर सिंह की काफी नजदीकी मानी जाती हैं।
पंजाब की महिला आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने भाजपा का थामने के बाद कहा कि 111 दिनों में मेरे गौरव को नुकसान पहुंचाया गया। मुझे तंग परेशान किया गया। मेरा दिल टूट गया, मेरा स्टाफ कम किया गया। आयोग की ग्रांट वापस ले ली गई। दरअसल, तीन हाई प्रोफाइल केस थे, जिसमें बड़े बड़े नेता शामिल हैं। इन केसों के कारण ही मुझे तंग किया गया।
गुलाटी ने कहा कि यह जंग मेरी नहीं, औरत के वजूद की जंग है। एक बड़े नेता ने मुझे फोन कर कहा कि तूं इंसाफ दिलाएगी? मैं हिंदू हूं, इसलिए निशाने पर लिया गया। मैंने सीएम से कहा तो उन्होंने सॉरी कह दिया। दरअसल, चन्नी जब मंत्री थे तो मनीषा गुलाटी ने चन्नी को मीटू केस में नोटिस जारी किया था।2018 में जब मीटू मूवमेंट चल रहा था तब पंजाब की एक महिला अफसर ने चरणजीत सिंह चन्नी पर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि चरणजीत सिंह चन्नी ने अश्लील मैसेज उसे भेजे। राज्य महिला आयोग ने इसपर स्वत: संज्ञान लेकर चन्नी को हटाने की मांग की थी। मामला इतना बढ़ गया था कि तब मनीषा धरने पर बैठ गई थी।
उन्होंने कहा था कि वह महिला आईएएस अफसर के लिए इंसाफ चाहती हैं। उन्होंने तब चेतावनी दी थी कि यदि राज्य सरकार ने इस संबंध में कार्रवाई नहीं की तो वह आंदोलन करेंगी। चन्नी तक कैप्टन सरकार में मंत्री थे। बाद में कैप्टन को जब पार्टी ने सीएम पद से हटाया तो चन्नी सीएम बन गए। मनीषा का आरोप है कि सीएम बनते ही चन्नी ने उनसे रंजिश निकालने की कोशिश की।
बताया जा रहा है कि मनीषा को बीजेपी में लाने की स्क्रिप्ट कैप्टन ने लिखी। इस बात की चर्चा कई दिनों से चल रही थी कि वह बीजेपी में जा सकती हैं। चंडीगढ़ में उन्होंने आखिरकार बीजेपी ज्वाइन कर लिया। भाजपा को सीएम को घेरने का नया मुद्दा मिल गया है। कैप्टन की भी इस वक्त पूरी कोशिश है कि कांग्रेस को ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाया जाए। मनीषा को भाजपा में लाना भी उनकी इसी सोच का परिणाम है।