By अंकित सिंह | Jun 29, 2023
राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को लेकर राजनीतिक बवाल शुरू हो गया है। मणिपुर के बिष्णुपुर से राहुल गांधी को वापस लौटना पड़ा है। ऐसे में राहुल गांधी के खिलाफ नारे भी लगाए गए हैं। राहुल गांधी वापस जाओ के नारे लगे हैं। कई संगठनों ने राहुल गांधी के दौरे का विरोध किया है। इसको लेकर भाजपा राहुल गांधी पर हमलावर हो गई है। भाजपा साफ तौर पर कह रही है कि बिष्णुपुर में राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। मणिपुर में माहौल अभी संवेदनशील है, ऐसे में राहुल गांधी को वहां का दौरा करने की क्या आवश्यकता थी। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी अगर प्रशासन की बात मान गए होते तो विरोध प्रदर्शन नहीं होता।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी के मणिपुर जाने से पहले वहां की ऑल मणिपुर स्टूडेंट यूनियन ने राहुल गांधी के विजिट को बायकॉट करने की मांग की है। कई सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन ने भी आह्वान किया था कि राहुल गांधी मणिपुर न आयें और यहां चिंगारी भड़काने का काम न करें। उन्होंने कहा कि हमें मीडिया के माध्यम से पता चला है कि राहुल गांधी मणिपुर का दौरा कर रहे हैं। जिद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है संवेदनशीलता....हम एक लोकतांत्रिक देश हैं और इसलिए उन्हें मणिपुर जाने से किसी ने नहीं रोका। हालांकि, मणिपुर प्रशासन ने बताया कि राहुल के दौरे की खबर सामने आने के बाद से उनके मणिपुर दौरे पर कई बार विरोध प्रदर्शन हुआ है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि राहुल गांधी के काफिले को बिष्णुपुर के पास पुलिस ने रोक दिया है. पुलिस का कहना है कि वे हमें इजाजत देने की स्थिति में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का हाथ हिलाने के लिए लोग सड़क के दोनों ओर खड़े हैं। हम समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्होंने हमें क्यों रोका है? राहुल मणिपुर के अपने दो दिवसीय दौरे के लिए बृहस्पतिवार को इंफाल पहुंचने के बाद चुराचांदपुर जिले के लिए रवाना हुए थे, जहां उनके हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से राहत शिविरों में मिलने की योजना है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि रास्ते में हिंसा की आशंका के चलते काफिले को रोका गया। उन्होंने बताया कि बिष्णुपुर जिले के उटलू गांव के पास राजमार्ग पर टायर जलाए गए और काफिले पर कुछ पत्थर फेंके गए।